Immunity Booster Giloy Kadha: आज की अनहेल्दी लाइफस्टाइल के कारण लोग कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हो जाते हैं। इन्हीं मे से एक है लिवर की परेशानी जिसमें फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस मुख्य रूप से शामिल हैं। कई लोग लिवर खराब होने के पीछे सिर्फ शराब पीने को ही जिम्मेदार मानते हैं। हालांकि, कई बार अनुवांशिक या फिर गलत खानपान के कारण भी ये परेशानियां लोगों को अपनी चपेट में ले लेती है। इस कोरोना काल में सेहत के प्रति लोग अधिक सजग हुए हैं। पहले से किसी बीमारी से ग्रस्त और जिनकी इम्युनिटी खराब है, उन्हें इस संक्रमण से ज्यादा खतरा है। ऐसे में लोग काढ़ा का सेवन कर रहे हैं। गिलोय से बना काढ़ा इम्युनिटी सुधारने के साथ ही लिवर को भी स्वस्थ रखता है। हालांकि, इसका सेवन सीमित मात्रा में ही करना चाहिए –
संक्रमण से रखता है दूर: आयुर्वेद में गिलोय को उसके स्वास्थ्यवर्धक गुणों के कारण अमृत का दर्जा दिया जाता है। स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माना जाने वाला गिलोय डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाता है। इससे लिवर पर अधिक बोझ नहीं पड़ता है। इसके साथ ही, शरीर के इस महत्वपूर्ण अंग के इर्द-गिर्द जमा विषैले पदार्थों को बाहर निकालने में भी गिलोय का सेवन कारगर माना जाता है। वहीं, शरीर की रोग प्रतिरोधक प्रणाली को मजबूत करने में भी गिलोय महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, लिवर में किसी प्रकार का इंफेक्शन न हो, गिलोय ये भी सुनिश्चित करता है। लिवर को तंदरुस्त बनाने के लिए विशेषज्ञ भी पेय पदार्थों के अधिक सेवन पर जोर देते हैं।
कैसे बनाएं गिलोय का काढ़ा: आयुष मंत्रालय के अनुसार एक-एक इंच गिलोय के 5 टुकड़े ले लें। 2 कप पानी, एक चम्मच हल्दी, 2 इंच अदरक, 6 से 7 तुलसी पत्ते और गुड़ की जरूरत भी आपके पड़ेगी। सबसे पहले 2 कप पानी को बर्तन में डालकर गैस पर चढ़ाएं। अब बाकी चीजों को भी भगोने में डाल दें। जब बर्तन में केवल आधा पानी रह जाए तो गैस बंद कर दें। अब इसे छानकर इसका सेवन करें। इसमें मौजूद सभी तत्व इमुनिटी बढ़ाने के साथ ही लिवर के लिए भी फायदेमंद हैं।
कितना पीना है उचित: रोजाना एक कप ही इस काढ़े का सेवन करना चाहिए। वहीं, प्रेग्नेंट महिलाएं व नवजात बच्चों को देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। बता दें कि हल्दी, गिलोय और अदरक की तासीर गर्म होती है, इसके अधिक सेवन से लिवर पर बुरा असर भी पड़ सकता है।