Kidney Stone Home Remedies: वर्तमान समय में गुर्दे में पथरी यानी किडनी की स्टोन की परेशानी बेहद आम हो गई है। मुख्य रूप से शरीर में पोटैशियम, प्रोटीन, सोडियम और शुगर की कमी के कारण किडनी में पथरी की समस्या हो जाती है। सिर्फ यही नहीं, कई बार ज्यादा नमक खाने से भी किडनी स्टोन की समस्या भी बढ़ जाती है।
किडनी में पथरी होने पर पेट के निचले हिस्से में दर्द होता है। ऐसे में किडनी का ध्यान रखना बेहद आवश्यक हो जाता है। इसलिए समय रहते किडनी के संक्रमण की पहचान कर इसका इलाज कराना बेहद जरूरी है। पथरी को दूर करने में होम्योपैथी इलाज भी काम आ सकता है। आइए जानते हैं –
होम्योपैथी कैसे साबित हो सकता है बेहतर विकल्प: एक रिपोर्ट के अनुसार देश में करीब 12.7 प्रतिशत लोग अपनी स्वास्थ्य समस्याओं के लिए होम्योपैथी दवाइयों को बेहतर मानते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि इन्हें खाने से जल्दी साइड इफेक्ट नहीं होता है। होम्योपैथी में माना जाता है कि हर व्यक्ति में किसी भी बीमारी की चपेट में आने के बाद लक्षण अलग-अलग होते हैं। ऐसे में इन लक्षणों के अनुसार ही विशेषज्ञ दवाइयां देते हैं।
पथरी कैसे होगा कम: गुर्दे की पथरी से पीड़ित मरीज अगर होम्योपैथी के इलाज को अपनाते हैं तो इससे न केवल यूरिन के जरिये पथरी को निकालना आसान हो जाएगा, बल्कि भविष्य में पथरी होने की संभावनाएं भी कम हो जाएंगी। ये स्टोन का आकार छोटा करता है या फिर उसके छोटे-छोटे टुकड़े करता है। माना जाता है कि सही होम्योपैथिक इलाज अगर मरीजों को मिले तो इससे कुछ ही दिनों या फिर महीनों में इस परेशानी से निजात मिल जाएगी।
किन होम्योपैथिक दवाइयों से होगा इलाज: हेल्थ एक्सपर्ट्स मानते हैं कि किडनी में पथरी व इसके लक्षणों को दूर करने में सिल्वर नाइट्रेट अहम भूमिका निभा सकता है। इसके अलावा, तेज दर्द, चेहरा लाल होने पर, पेट फूलना, कम पेशाब होने पर बेलाडोना का इस्तेमाल भी बेहतर साबित हो सकता है। वहीं, बेंजॉइक एसिड का इस्तेमाल तब किया जाता है किडनी में तेज दर्द और यूरिनरी पैसेज में दर्द होता है। इसके साथ ही जब ब्लड में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक हो जाए तो भी इसे उपयोग किया जा सकता है।

