शरीर के अंदरूनी हिस्से में किसी भी तरह की समस्या होने पर कैसे पता लगाया जा सकता है? अगर आप यह सोच रहे हैं कि जहां समस्या होगी वहां की तकलीफ या पीड़ा आपको इसकी सूचना देगी तो आपको इस पर ज्यादा भरोसा नहीं करना चाहिए। कई बार जब हमारे अंदरूनी अंगों की समस्या पर दर्द या तकलीफ का पता चलता है तब तक बीमारी काफी जटिल हो चुकी होती है। ऐसे में इनके शुरुआती लक्षणों का कैसे पता लगाया जाए, इसके लिए आपको अपने शारीरिक परिवर्तनों पर थोड़ा सा ध्यान देना होता है।
हर अंदरूनी समस्या के कुछ न कुछ शुरुआती लक्षण जरूर होते हैं। हमें उन्हें बस पहचानना होता है। हमारे शरीर के बदले रंग ऐसे ही अंदरूनी समस्याओं के संकेतक होते हैं। इसलिए अगर आपको अपनी त्वचा का रंग बदलता दिखे या फिर कुछ असामान्य लक्षण दिखें तो आपको तुरंत सतर्क हो जाना चाहिए और इस बारे में डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। आज हम आपको ऐसे ही कुछ लक्षणों के बारे में बताने वाले हैं जो दिखने में तो सामान्य होते हैं मगर किसी घातक बीमारी के लक्षण भी हो सकते हैं
होंठों का नीला होना – अगर आपके होठ अचानक नीला पड़ गए हों तो यह लक्षण दर्शाता है कि आपके शरीर में ऑक्सीजन की कमी हो गयी है और शरीर में ब्लड सप्लाई में रुकावट हो रही है। नीला पड़ना दिल से जुड़ी एक ख़ास बीमारी टेट्रालॉजी ऑफ़ फैलोट का भी लक्षण है।
त्वचा का सफेद होना – अगर आपके स्किन पर कहीं भी सफ़ेद निशान पड़ रहे हैं तो यह चिंता का विषय है। यह दर्शाता है कि आपको टेनिया वर्सीकलर या एक्जिमा की समस्या है। बेहतर होगा कि ऐसा दिखते ही आप तुरंत किसी डर्मेटोलॉजिस्ट से संपर्क करें।
आंखों का पीला होना – अगर अचानक से आपको आंखों का रंग सफ़ेद से पीला पड़ने लगे या आपके नाख़ून पीले नज़र आने लगे तो तुरंत डॉक्टर के पास जाए। यह पीलिया का लक्षण है और इसमें किसी तरह की देरी आपके लिए घातक हो सकती है।
शरीर के किसी अंग का काला हो जाना – अगर शरीर का कोई हिस्सा काला पड़ रहा है तो यह दर्शाता है कि उस हिस्से के टिश्यू मर रहे हैं या उस हिस्से में ब्लड सप्लाई रुक गयी है। अगर आपके मल का रंग काला है तो यह दर्शाता है कि आपको पाचन तंत्र ठीक से काम नहीं कर रहा है।
बैगनी रंग के धब्बे – अगर आपके शरीर पर बैगनी रंग के धब्बे पड़ रहे हैं तो बेहतर होगा कि आप तुरंत जाकर अपना ब्लड टेस्ट कराएं और प्लेटलेट्स काउंट चेक करें। चोट लग जाने पर भी शरीर में बैगनी रंग के धब्बे पड़ जाते हैं।
