Tips for Fatty Liver Patients: ह्यूमन बॉडी का दूसरा सबसे बड़ा अंग लिवर है। जितना भी खाना और पेय पदार्थ का सेवन हम करते हैं, उसे लिवर प्रोसेस करने के बाद उसमें मौजूद सभी टॉक्सिन्स को फिल्टर कर देता है। स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही, अनियमित जीवन-शैली व अनहेल्दी खानपान से स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याओं का लोगों को सामना करना पड़ता है। फैटी लिवर भी एक ऐसी ही बीमारी है जो गलत खानपान व अनहेल्दी आदतों के कारण होती है। वैसे तो लिवर के आसपास हमेशा ही फैट जमा रहता है लेकिन जब इसके सेल में बहुत अधिक फैट जमा हो जाता है तो फैटी लिवर की समस्या हो जाती है। इस स्थिति में लिवर में सूजन आने लगती है और वो सिकुड़ने लगता है। अगर समय पर इसका इलाज न किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकता है। ऐसे में ये बेहद जरूरी है कि लिवर को हेल्दी रखने वाले ड्रिंक्स का लोग सेवन करें।

आंवला: विटामिन सी युक्त आंवला लिवर को हेल्दी बनाए रखने में बेहद कारगर है। ये लिवर के कार्य क्षमता को बेहतर करता है। आप चाहें तो आंवले का अचार या फिर मुरब्बा भी खा सकते हैं। पर सबसे अधिक फायदा आंवला का जूस पीने से होता है। आंवले का जूस बनाने के लिए सबसे पहले इन्हें अच्छी तरह धो लें। और काटकर इनके बीज निकाल लें। आंवले के टुकड़े को मिक्सर जार में डालकर पेस्ट बना लें। अब इसे छलनी से एक बर्तन में छान लें। आंवले का जूस तैयार है। आप चाहें तो इसे ठंडा करके इसमें नमक और भुना जीरा डालकर पीयें।

अनानास: अनानास में मौजूद तत्व ब्रोमेलिन लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करता है। ये एंजाइम शरीर में पाए जाने वाले टॉक्सिन पदार्थों को बाहर निकालता है। इससे डाइजेशन की प्रक्रिया मजबूत होती है और लिवर लंबे समय तक स्वस्थ रहता है। इसे बनाने के लिए आपको सिर्फ 1 अनानास, 1 चम्मच चीनी, इलायची पाउडर और आइस क्यूब की जरूरत होगी। सबसे पहले अनानास को छीलकर छोटे-छोटे टुकड़ों में काट लें। अब मिक्सी में अनानास के टुकड़ों के साथ चीनी और इलायची मिलाकर पीस लें। अब गिलास में बर्फ डालकर ठंडे-ठंडे जूस का आनंद लें। फैटी लिवर के मरीजों के लिए दिन भर में 1 से 2 बार इस जूस को पीना फायदेमंद होगा।

धनिया: धनिया का सेवन पाचन तंत्र को ज्यादा मजबूत बनाता है। इसके सेवन से लीवर की सक्रियता भी बढ़ जाती है। धनिया के बीज को रातभर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह खाली पेट सबसे पहले इसका पानी पीएं। यह आपके ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। इसके अलावा, यह एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) और एचडीएल (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) की मात्रा को कम करने में भी मदद करता है। धनिया के बीज को अपने खाने में जितना हो सके उतना शामिल करें।

ग्रीन टी: एक शोध के अनुसार, ग्रीन-टी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट लिवर से फैट को कम करने में मदद करता है और लिवर के कार्य को बेहतर करता है। इसके अलावा ग्रीन टी में फैट बर्न करने वाले कई अन्य तत्व भी मौजूद हैं जो लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। इसके अलावा, छांछ का सेवन भी लिवर को हेल्दी रखने में कारगर है।