मशीनों पर बढ़ती निर्भरता ने लोगों की जीवनशैली को कुछ इस तरह से बदला है कि आसान और सुविधाजनक जिंदगी जीने की तमाम वजहें लोगों को कई मुश्किल बीमारियों की जद में ढकेलती जा रही हैं। हाई ब्लडप्रेशर भी इसी तरह की एक समस्या है। हालांकि यह बीमारी काफी सामान्य लगती है लेकिन इसकी वजह से दिल का दौरा सहित कई तरह की दिल संबंधी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए ब्लडप्रेशर यानी कि रक्तचाप को नियंत्रित रखना बहुत जरूरी होता है। आज हम हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने के घरेलू उपायों पर बात करने वाले हैं।
हाई ब्लडप्रेशर के मरीज को शुरुआत में चक्कर आना, सिर घूमना आदि लक्षण महसूस होते हैं। उसका किसी काम में मन नहीं लगता। अनिद्रा की समस्या और शारीरिक काम करने की अक्षमता भी इस रोग का प्रमुख लक्षण है। बाजार में इस समस्या से निपटने के लिए तमाम तरह की दवाएं मौजूद हैं लेकिन कई तरह के घरेलू उपचार की मदद से भी आप इस समस्या से निजात पा सकते हैं। ऐसे में आपको दवाइयों की जरूरत नहीं पड़ेगी लेकिन काफी संयम भी बरतना पड़ेगा। हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने के लिए आपको नमक का प्रयोग कम कर देना चाहिए। यह ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करता है। लहसुन कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित और रक्त का थक्का नहीं जमने देता।
हाई ब्लडप्रेशर को नियंत्रित करने के लिए आधा गिलास पानी में आधा नींबू निचोड़कर दो-दो घंटे के अंतराल पर पीते रहें। पांच तुलसी के पत्ते और दो नीम की पत्तियों को पीसकर 20 ग्राम पानी में घोलकर खाली पेट सुबह पीने से जल्दी ही लाभ नजर आने लगेगा। इसके अलावा अदरक का सेवन काफी फायदेमंद होता है। इससे धमनियों के आसपास की मांसपेशियों को आराम मिलता है जिससे उच्च रक्तचाप नीचे आ जाता है। पालक और गाजर का रस मिलाकर पीने से भी हाई ब्लडप्रेशर में आराम मिलता है। बराबर मात्रा में सौंफ, जीरा और चीनी को मिलाकर पाउडर बना लें। यह पाउडर एक चम्मच एक गिलास पानी में मिलाकर हर रोज पीने से भी इस समस्या में आराम मिलता है। इसके अलावा हरी घास पर रोज नंगे पांव 10-15 मिनट तक चलने से भी ब्लडप्रेशर नियंत्रित किया जा सकता है।