Irregular Periods: पीरियड्स का समय कई युवतियों और महिलाओं के लिए कष्टदायी होता है। माहवारी के दौरान दर्द, मूड स्विंग्स, पेट में सूजन, भारीपन, एंग्जायटी, फूड क्रेविंग होती है। आमतौर पर मासिक चक्र 28 दिनों का होता है, लेकिन 21 से 38 दिनों के बीच कभी भी हो सकता है। लेकिन अगर किसी महिला या युवती को पिछली बार पीरियड्स होने के अगले 35 दिन या उससे अधिक समय तक माहवारी नहीं होती है तो इसे अनियमित माना जाता है। ऐसे में पीरियड्स के समय होने वाली इनपरेशानियों को दूर करने में असरदार माने जाते हैं ये आयुर्वेदिक उपाय –

पीरियड्स क्रैम्प्स दूर करने के लिए: माहवारी के दिनों में होने वाले दर्द को कम करने में सुबह-सुबह भिगोई हुई किशमिश और केसर का सेवन खाली पेट करना चाहिए। ये पीरियड्स पेन को दूर करने का एक पारंपरिक तरीका है जिसका इस्तेमाल कई सालों से होता आ रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि इसमें अगर महिलाएं काली किशमिश का इस्तेमाल करती हैं तो इससेे अधिक फायदा होगा।

अदरक से दूर होगी दिक्कत: अदरक में दर्द कम करने वाले गुण मौजूद होते हैं, ऐसे में पीरियड्स के दौरान इनका सेवन लाभकारी हो सकता है। अदरक के छोटे-छोटे टुकड़ों को पानी में उबालकर पीने से दर्द और शरीर में होने वाली ऐंठन की परेशानी दूर होगी।

डार्क चॉकलेट दूर करेगा दर्द: पीरियड्स के दौरान डार्क चॉकलेट खाना बहुत ही फायदेमंद और आरामदायक होता है। ये मैग्नीशियम और आयरन से भरपूर होता है। इसमें मौजूद पोषक तत्व पीरियड्स क्रैम्प्स को दूर करने में भी मददगार हैं।

पीरियड्स की अनियमितता खत्म होगी: दशांग सुगंध पहुंचाने वाली एक आयुर्वेदिक औषधि है जो चंदन, जटामानसी और कई अन्य सुगंधित जड़ी-बूटियों को मिलाकर बनता है। इससे तनाव कम होता है और लेट पीरियड्स का खतरा कम होता है। इसके अलावा, अशोक, ऐस्पेरेगस और लोधरा जैसे आयुर्वेदिक उपाय भी माहवारी में देरी को कम कर सकते हैं। वहीं, मल्काग्नि, ज्योतिष्मती, ब्राह्मी, शतावरी और अश्वगंधा भी लाभकारी साबित होते हैं।

हींग का करें इस्तेमाल: कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान गैस और एसिडिटी की परेशानी देखने को मिलती है। ऐसे में एक चुटकी हींग को पानी के साथ निगल लेने से फायदा हो सकता है। इसके सेवन से गैस या एसिडिटी की परेशानी तुरंत ठीक हो जाती है।