खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल हमारी हेल्थ का दुश्मन बन गया है। खराब डाइट और बिगड़ते लाइफस्टाइल की वजह से बॉडी कम उम्र में ही क्रॉनिक बीमारियों का शिकार हो रही है। पिछले दो सालों में दिल के रोगों का खतरा बढ़ गया है। कम उम्र में ही लोगों की हार्ट अटैक से मौत हो रही है। हाई कोलेस्ट्रॉल हार्ट अटैक का सबसे बड़ा कारण हैं। डाइट में ज्यादा तेल का सेवन, नॉनवेज फूड, दूध का ज्यादा सेवन, फल और सब्जियों का कम सेवन, स्मोकिंग, तनाव, बॉडी एक्टिविटी में कमी होने से हार्ट में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ने लगता है। आज के युवा खराब डाइट ले रहे हैं, तनाव में है, बॉडी एक्टिविटी में कमी है और ओवर वेट हैं तो हार्ट में ब्लॉकेज का खतरा बढ़ने लगता है। 50 फीसदी ब्लॉकेज के बाद हार्ट अटैक का रिस्क बढ़ने लगता है।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झाजर ने बताया ज्यादा फ्राई फूड, फैटी फूड और प्रोसेस फूड का सेवन करने से बॉडी में हाई कैलोरी पहुंचती है। दो चीजे ब्लॉकेज बढ़ाती हैं एक ट्राई ग्लिसराइड और दूसरा कोलेस्ट्रॉल। कोलेस्ट्रॉल नॉनवेज फूड और दूध में होता है जबकि ट्राई ग्लिसराइड तेल में होता है।
कोलेस्ट्रॉल और ट्राई ग्लिसराइड को कंट्रोल करना बेहद जरूरी है। अगर आप कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना चाहते हैं और हार्ट में ब्लॉकेज को रिवर्स करना चाहते हैं तो आप सूखे मेवे और सीड्स से परहेज करें। इन दोनों में तेल होता है जो ब्लॉकेज का कारण बनते हैं। एक्सपर्ट ने बताया अगर आप तेल वाली चीजों को खाना बंद कर दें, स्मोकिंग से परहेज करें और बॉडी को एक्टिव रखें तो आसानी से 70 फीसदी ब्लॉकेज को भी रिवर्स कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि 5 ऐसे तरीके जो ब्लॉकेज को कंट्रोल करते हैं। इन तरीकों को अपनाकर नसों में जमा गंदा कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है और दिल के दौरे का खतरा टल जाता है।
फल और सब्जियां खाएं
हार्ट ब्लॉकेज कंट्रोल करने में फल और सब्जियां असरदार साबित होती है। एंटीऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर फल और सब्जियां फ्री रेडिकल्स से बचाव करती हैं। ये शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करके धमनियों में सूजन और डैमेज को रोकती हैं। कम कैलोरी, कम फैट और फाइबर से भरपूर फल और सब्जियां कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती हैं जो ब्लॉकेज का प्रमुख कारण है। ओमेगा-3 फैटी एसिड से भरपूर कुछ सब्जियां जैसे पालक और ब्रोकली ब्लड वेसल्स को लचीला बनाकर ब्लॉकेज को रोकती हैं। दिल को हेल्दी रखना चाहते हैं तो आप रोजाना फल और सब्जियों का सेवन करें।
दालों को छिलकों के साथ खाएं
दालों को छिलकों के साथ खाने से हार्ट ब्लोकेज कंट्रोल करने में मदद मिलती है। दालों में मौजूद फाइबर, प्रोटीन, और जरूरी पोषक तत्व दिल की सेहत को दुरुस्त करते हैं। इन फूड्स को खाने से हार्ट की ब्लॉकेज को कंट्रोल किया जा सकता है। फाइबर से भरपूर दालों का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल होता है और आंतों की सेहत दुरुस्त रहती है। लो ग्लाइसेमिक छिलके वाली दाल ब्लड शुगर को कंट्रोल करती है जो हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। छिलकों वाली दालों में पोटैशियम और मैग्नीशियम होता है जो ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखता हैं और धमनियों को लचीला बनाए रखता हैं। छिलके वाली दालों में प्राकृतिक फाइटोकेमिकल्स और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो धमनियों में फ्री रेडिकल्स के नुकसान को कम करते हैं।
ओट्स खाएं
हार्ट ब्लॉकेज को कंट्रोल करने के लिए और दिल को हेल्दी रखने के लिए आप ओट्स का सेवन करें। ओट्स में भरपूर फाइबर, खासकर बीटा-ग्लूकॉन पाया जाता है जो कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने में और दिल की सेहत को दुरुस्त करने में बेहद मददगार साबित होता है। ओट्स का सेवन करने से धमनियों में प्लाक और सूजन होने की प्रक्रिया धीमी होती जिससे ब्लॉकेज बनने का खतरा कम हो जाता है।
मैदे की जगह आटा खाएं
हार्ट ब्लॉकेज को कंट्रोल करने के लिए आप मैदे की जगह आटे का सेवन करें। आटा में फाइबर और पोषक तत्व अधिक होते हैं, जबकि मैदा यानी रिफाइंड फ्लोर है जिसमें पोषण कम होता है। मैदे की तुलना में आटा हार्ट के लिए बेहतर है। आटे में भरपूर डाइटरी फाइबर होता है जो खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कंट्रोल करता है और ब्लड शुगर भी नॉर्मल करता है।
जीरो ऑयल फूड का सेवन करें
हार्ट ब्लॉकेज को कंट्रोल करने के लिए जीरो कुकिंग ऑयल फूड का सेवन एक प्रभावी तरीका है। तेल का सेवन करने से दिल की धमनियों में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स का स्तर बढ़ सकता है, जिससे ब्लॉकेज का खतरा बढ़ जाता है। जीरो ऑयल फूड न केवल ब्लॉकेज को कंट्रोल करते हैं बल्कि दिल की सेहत को भी दुरुस्त करते हैं।
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