जिंदगी की मसरुफियत और तनाव इतना ज्यादा बढ़ गया है जिसका असर ना सिर्फ हमारी सेहत पर पड़ता है बल्कि हमारे दिमाग को भी प्रभावित करता है। हम अक्सर तनाव में रहते हैं दिमाग कहीं होता है और मन कहीं होता है। सोचना कुछ चाहते हैं और करते कुछ है। ऐसी मनोस्थिति हमारी दिमागी सेहत के लिए नुकसानदायक है। ब्रेन को हेल्दी रखने के लिए रोज़ाना मेडिटेशन करना बेहद जरूरी है। मेडिटेशन कार्यक्षमता में सुधार करता है,याददाश्त को तेज करता है,ब्रेन पावर को बढ़ाता है और याददाश्त को स्ट्रॉन्ग बनाता है।
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट आचार्य बालकृष्ण के मुताबिक अगर आपकी याददाश्त कमजोर है और चीजें याद रखने के लिए दिमाग पर अधिक जोर डालना पड़ता है तो अपनी डाइट में कुछ चीजों को शामिल करें और अपनी रोजमर्रा की कुछ आदतों में बदलाव करें। रोज़ाना आप खाने-पीने और रहन-सहन में कुछ गलतियां करते हैं जिन्हें सुधारना बेहद जरूरी है। कुछ आदतों को सुधार कर आप आसानी से अपनी याददाश्त को दुरुस्त कर सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि हम रोज़ाना कौन-कौन सी गलतियां करते हैं जिन्हें सुधारना बेहद जरूरी है।
नींद कम लेने से भी हो सकता है दिमाग कमज़ोर:
नींद हमारी सेहत के लिए बेहद जरूरी है। Harvard की रिपोर्ट के अनुसार दिमाग को तेज और मजबूत बनाने के लिए भरपूर नींद लेना जरूरी होता है। रोज़ाना 7-8 की घंटे की नींद लेना बेहद जरूरी है। नींद की कमी ना सिर्फ बॉडी को कमजोर बनाती है बल्कि याददाश्त भी कमजोर करती है। कम नींद आपके मिजाज़ को भी प्रभावित करती है। अगर आपकी याददाश्त कमजोर है तो नींद पूरी लें।
नकारात्मक सोच दिमाग को कमजोर बनाती है:
अगर आप हर चीज में नकारात्मक सोचते हैं तो अपनी इस आदत को जितनी जल्दी हो सके बदल लीजिए। नकारात्मक सोच का असर आपकी याददाश्त को कमजोर करता है। निगेटिविटी आपके तनाव को बढ़ाती है जिससे आपके दिमाग पर उसका असर दिखता है। दिमाग की सेहत को दुरुस्त रखने के लिए सकारात्मक सोच रखें।
अकेलापन दिमाग को बनाता है कमजोर:
कुछ लोगों को अकेले रहने की आदत होती है। अकेलापन आपके तनाव को बढ़ाता है और आप परेशान महसूस करते हैं। परेशान रहने पर आपके दिमाग की क्षमता प्रभावित होती है।
नशे की लत दिमाग को करती है कमज़ोर:
अगर आप भी किसी तरह का नशा करते हैं और अक्सर नशे में रहते हैं तो अपनी इस आदत को बदल लीजिए। नशे की लत आपके दिमाग को कमजोर बनाती है। मादक पदार्थों का सेवन करने से दिमाग के सेल्स मर जाते हैं और याददाश्त कमजोर पड़ने लगती है।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।