Fatty Liver Symptoms: लिवर में सूजन, दर्द और जलन की शिकायत होने पर अक्सर डॉक्टर फैटी लिवर की जांच की सलाह लोगों को देते हैं। फैटी लिवर की बीमारी एक ऐसी स्थिति है जिसमें शरीर धीरे-धीरे लिवर में फैट का निर्माण करने लगती है। एक शोध के अनुसार, लगभग 25 प्रतिशत लोग फैटी लिवर की परेशानी का सामना कर रहे हैं। ये बीमारी गलत खानपान व अनहेल्दी आदतों के कारण होती है। इसमें लिवर में सूजन आने लगती है और वो सिकुड़ने लगता है। सिर्फ लिवर ही नहीं, इस बीमारी के कारण कई बार लोगों को पेट में भी सूजन हो जाती है। डॉक्टर्स का कहना है कि फैटी लिवर के कारण भोजन ठीक से पचता नहीं है जिससे पेट में सूजन हो जाती है।

क्या हैं फैटी लिवर के लक्षण: फैटी लिवर के लक्षण अगर शुरुआती समय में पता चल जाए तो इस समस्या से निजात पाना आसान हो जाता है। हालांकि, इसके लक्षण इतने आम हैं कि लोग इन्हें नज़रअंदाज कर देते हैं। थकान, पेट संबंधी परेशानी, कमजोरी, वजन में गिरावट, पेट के ऊपरी हिस्से में दर्द, हाथ में पीलापन और लाली भी फैटी लिवर का ही एक संकेत है।

ये फूड्स हैं मरीजों के लिए खतरनाक: फैटी लिवर के मरीजों को खाना पचाने में दिक्कत होती है, ऐसे में उन्हें अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। डॉक्टर्स के अनुसार मरीजों को कुछ फूड्स को खाने से परहेज करना चाहिए। उनके मुताबिक जरूरत से ज्यादा चीनी व नमक खाने से भी फैटी लिवर की समस्या हो जाती है। इसके अलावा, मसालेदार-तीखा भोजन, जंक फूड और फास्ट फूड खाने से भी परहेज करना चाहिए। वहीं, स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इन मरीजों को प्रोटीन की अधिकता वाले खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल नहीं करना चाहिए।

ये खाना होगा फायदेमंद: खाने में लोगों को दलिया, ओट्स, गोभी, हरी सब्जियां और खिचड़ी और दही खाना चाहिए। इसके अलावा, किशमिश और अखरोट जैसे ड्राय फ्रूट्स भी फायदेमंद हैं। वहीं, अंगूर, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, क्रैनबेरी और पपीता खाना लाभकारी है। साथ ही, कॉफी, ग्रीन टी और गन्ने का रस जैसे पेय पदार्थ भी फायदेमंद हैं। जीरा, हल्दी, दालचीनी और सौंफ जैसे किचन के मसाले भी फैटी लिवर के लक्षणों को कम करने में असरदायक हैं।