Sore Throat can be Tonsil Cancer: ठंड के दिनों में या इन्फेक्शन के कारण गले में खराश होना एक आम समस्या है। लेकिन यह टॉन्सिल कैंसर का लक्षण भी हो सकता है, जो गले में पनपने वाली एक घातक बीमारी है। टॉन्सिल कैंसर एक प्रकार का ऑरोफरीन्जियल कैंसर है। यह कैंसर टॉन्सिल में कोशिकाओं की असामान्य वृद्धि के कारण होता है। टॉन्सिल Immune System का हिस्सा हैं और गले के पीछे दो अंडाकार पैड होते हैं।

अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार, टॉन्सिल कैंसर 60 पुरुषों में से एक को और 140 महिलाओं में से एक को प्रभावित करता है। टॉन्सिल कैंसर हाल ही में बढ़ गया है। प्रारंभिक अवस्था में कैंसर का इलाज शुरू करने से मृत्यु का खतरा कम हो जाता है। ऐसे में इसके लक्षण और बचाव के उपाय जानना आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।

टॉन्सिल कैंसर के शुरुआती लक्षण | Early symptoms of tonsil cancer

अगर हमें किसी भी बीमारी के लक्षण पता हों तो हम समय रहते उन लक्षणों को पहचान कर डॉक्टर से संपर्क कर उसका निदान और उपचार कर सकते हैं। यह टॉन्सिल कैंसर पर भी लागू होता है। आइए जानें कि टॉन्सिल कैंसर के शुरुआती लक्षण क्या हैं!

  • भोजन निगलने में कठिनाई
  • गले में खराश होना
  • गले में सूजन और दर्द
  • कान में दर्द
  • जबड़े में दर्द के साथ खून का रिसाव
  • आवाज में बदलाव
  • गर्दन में एक गांठ
  • सांसों में बदबू आना

टॉन्सिल कैंसर के कारण | Tonsil Cancer Causes

क्लीवलैंड क्लिनिक के अनुसार, शोध में एचपीवी (ह्यूमन पेपिलोमावायरस) को टॉन्सिल कैंसर का कारण पाया गया है। इसके साथ ही तंबाकू और शराब के अधिक सेवन से भी इस कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए इन कारणों को ध्यान में रखें और ऐसे काम करने से बचें जिससे आप टॉन्सिल कैंसर से खुद को बचा सकें या ऐसा होने पर इसके पीछे के कारणों की पहचान कर सकें।

टॉन्सिल कैंसर का खतरा किसे है? | Who is at risk of tonsil cancer?

टॉन्सिल कैंसर किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है। आमतौर पर यह बीमारी 50 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों सामान्य है। वहीं महिलाओं की तुलना में पुरुषों में टॉन्सिल कैंसर का खतरा चार गुना अधिक होता है। इसके अलावा अश्वेतों की तुलना में गोरे लोगों को टॉन्सिल कैंसर होने की संभावना थोड़ी अधिक होती है। इसलिए 50 की उम्र के बाद अपना और खासकर अपने गले का ख्याल रखना जरूरी है। टॉन्सिल कैंसर का इलाज उसके स्टेज और ट्यूमर के आकार पर निर्भर करता है। ऐसे में सर्जरी, रेडिएशन थेरेपी, कीमोथेरेपी का इस्तेमाल किया जाता है। इससे टॉन्सिल कैंसर पर काबू पाया जा सकता है।

टॉन्सिल कैंसर से कैसे बचा जाए? | How to avoid tonsil cancer?

टॉन्सिल कैंसर के खतरे को कम करने के लिए धूम्रपान या किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पादों के सेवन करने से बचें। एचपीवी से भी बचें (एचपीवी यानी ह्यूमन पेपिलोमा वायरस एक बेहद खतरनाक, आम और सबसे तेजी से फैलने वाला वायरस है) यह शारीरिक संबंध बनाने के दौरान फैलता है। इससे बचने के लिए नियमित रूप से परीक्षण करवाना, सुरक्षित यौन संबंध बनाना और एचपीवी वैक्सीन लगवाना शामिल है।