अगर आप भी रोज एसी चलाकर सोते हैं तो आपके इस बारे में पता होना चाहिए कि सोते वक्त कमरे में लगाए गए एसी का तापमान कितना रखा जाना चाहिए। आप ज्यादा कंफर्टेबल होने के लिए एसी का तापमान बहुत कम कर देते हैं जो आपकी सेहत और आपकी जेब दोनों के लिए भारी साबित हो सकता है। कई रिसर्च में सामने आया है कि एसी का तापमान ज्यादा कम करने से सेहत पर असर पड़ता है और आपको कई बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है।
कई रिसर्च के मुताबिक 23 डिग्री से कम तापमान में सोने से आपको सांस संबंधी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही अगर लंबे समय तक ज्यादा ठंडे वातावरण में सोया जाए तो यह सीने में इंफेक्शन जैसी बीमारियों को जन्म देता है। एसी में लंबे समय तक रहने से आपके शरीर में ड्राइनेस, जोड़ों में दर्द, सिर में दर्द जैसी दिक्कते होना शुरू हो जाती है। अमेरिकन सोसायटी ऑफ हिटिंग, रेफ्रिजेटरिंग एंड एयर कंडीशनिंग इंजीनियर्स के मुताबिक एक आम आदमी के शरीर के अनुसार 23.5 डिग्री से 25.5 डिग्री सेल्सियस तापमान के बीच सोना चाहिए, जो आपकी सेहत और आपकी जेब दोनो के लिए अच्छा है।
बता दें कि ज्यादा कम तापमान में सोना आपके बिजली बिल को भी बढ़ाता है, क्योंकि कम तापमान में एसी चलने पर ज्यादा बिजली खर्च होती है। अगर आप 18 डिग्री तापमान पर एसी चलाते हैं तो इसके लिए एसी का थर्मोस्टेट कमरे के वातावरण को 18 डिग्री पर लाने की कोशिश करता है, जिसके लिए लगातार कंप्रेशर चलता रहता है। गर्मियों में एसी को कमरे के सामान्य तापमान को 18 डिग्री के तापमान में लाने में बहुत अधिक समय लगता है। वहीं अगर जितना ज्यादा कंप्रेशर चलता है वो उतनी ही बिजली खर्च करता है जिससे बिजली का बिल बढ़ जाता है। वहीं 24 डिग्री तापमान में लाने तक एसी को ज्यादा समय नहीं लगता है और सेट तापमान पर आने के बाद कंप्रेशन बंद हो जाता है।
वहीं बच्चों, पुरुषों, महिलाओं और बुजर्गों में तापमान सहन करने की अलग अलग शक्ति है। शरीर के मेटाबोलिस्म की वजह से पुरुष कम तापमान में रहना पसंद करते हैं तो महिलाएं, बच्चे और बुजर्गों को ज्यादा कम तापमान होने पर ठंड लगती है। इसलिए अगर कमरे में बच्चे या महिलाएं हो तो तापमान कम नहीं करना चाहिए।