अमीर लोगों की लाइफ अच्छी होती है तो वे ज्यादा दिन तक जिंदा भी रहते हैं। ऐसा अब तक ज्यादातर लोगों की सोच थी लेकिन एक रिसर्च के मुताबिक ऐसा सही है। सीएनएन ने एक रिसर्च प्रकाशित करते हुए दावा किया है कि गरीबों की तुलना में अमीर 9 साल ज्यादा जिंदा रहते हैं। ये शोध अमेरिका और ब्रिटेन में रहने वाले तकरीबन 25 हजार लोगों के लाइफ स्टाइल पर स्टडी करने के बाद किया गया है।
शोधकर्ताओं ने 50 साल से ज्यादा उन लोगों पर शोध किया है जिनके बारे में ये अनुमान लगाया जा सके कि वो उम्र के असर से होने वाली बीमारी के बिना कितने दिन तक जीवित रह सकते हैं। शोधकर्ताओं का ये मानना था कि सुविधाओं के अभाव में जीने वाले लोगों को उम्र से जुड़ी बीमारियां जल्दी होती हैं।
50 साल की उम्र में एक धनवान व्यक्ति अपेक्षित 31 साल ज्यादा स्वस्थ जीवन जी सकता है। वहीं, आर्थिक रूप से कमजोर आदमी आने वाले सिर्फ 22 से 23 साल ही निरोग रह सकता है। दूसरी ओर, संपन्न महिलाएं जहां 50 वर्ष के बाद 33 साल और स्वस्थ रह सकती हैं जबकि गरीब महिलाएं अगले 24 साल तक ही स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकती हैं।
उम्र के साथ होने वाली बीमारियां निश्चित तौर पर हमारी आयु को निर्धारित करता है लेकिन ये भी बहुत जरूरी है कि हम कैसी जिंदगी जी रहे हैं। क्या हमारे पास खाने पीने से लेकर अन्य सुविधाएं और स्वास्थ्य संबंधी रोगों से लड़ने के कितने अच्छे इंतजाम हैं। ये बात लंदन यूनिवर्सिटी कॉलेज के सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञ, पाओला जनिनोट्टो ने कही जो इस शोध की मुख्य लेखिका भी हैं।
2016 में हुए एक अन्य रिसर्च के अनुसार संयुक्त राष्ट्र में आर्थिक रूप से सबसे मजबूत लोगों की अपेक्षित उम्र 87 से 88 साल बतायी गई जोकि आर्थिक रूप से कमजोर लोगों की तुलना में 15 साल अधिक है। वहीं, महिलाओं में यह अंतर 10 साल का है।
यूनाइटेड किंगडम में गरीब लोगों की मौत अमीरों की तुलना मे एक दशक पहले ही हो जाती है। निष्कर्ष देते हुए लेखकों ने लिखा है कि स्वस्थ जीवन जीने में असमानता दोनों ही देशों में बराबर है। दोनों ही देशों में हालत सुधारने के लिए आर्थिक तौर पर निचले तबके को लक्षित करना जरूरी है। सामान्य रूप से देखा जाए तो विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार वैश्विक स्वस्थ जीवन प्रत्याशा 2016 में 72 वर्ष थी। साल 2000 से 2016 के बीच वैश्विक स्वस्थ जीवन प्रत्याशा 5.5 वर्ष बढ़ी है।