बरसात में हमारी पाचन क्रिया थोड़ी धीमी हो जाती है। ऐसे में फूड प्वाइजनिंग का खतरा बढ़ जाता है। इसीलिए, इस दौरान बाहर के खाने तथा भारी फूड्स से परहेज करने की सलाह दी जाती है। फू्ड प्वाइजनिंग होने पर दवाओं के सेवन से बेहतर है कि आप घरेलू तरीकों का इस्तेमाल करें। इससे बिना किसी साइड इफेक्ट के पेट की हर समस्या से त्वरित राहत मिलती है। चलिए, आज हम आपको बताते हैं कि फूड प्वाइजनिंग होने पर कौन-कौन से घरेलू नुस्खे इस्तेमाल किए जा सकते हैं।
संतरे का जूस – ताजा संतरे का जूस खनिज, विटामिन्स और पोषक तत्वों से भरपूर होता है। ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखने में संतरे का जूस बहुत फायदेमंद है। इसके लिए 6-7 मध्यम आकार के संतरे को ब्लेंड करें और उसमें दो चम्मच कॉर्न स्टॉर्च सिरप डालें। तुरंत राहत पाने के लिए दिन में दो-तीन बार इस मिश्रण का सेवन करें।
लहसुन – लहसुन में एंटी वायरल, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं। ऐसे में यह डायरिया और पेट दर्द के लक्षणों से निजात दिलाने में मददगार होता है। इसके लिए ताजे लहसुन की कली को एक गिलास गर्म पानी के साथ सेवन करें।
नींबू पानी – नींबू की एसिडिक प्रॉपर्टी की वजह से यह पेट के अंदर मौजूद बैक्टीरिया को खत्म करने में फायदेमंद होता है। पेट साफ रखने के लिए एक चम्मच नींबू के रस में एक चुटकी चीनी मिलाकर दिन में 3-4 बार पिए। इसके अलावा आप एक गिलास गर्म पानी में एक नींबू निचोड़कर दिन में कई बार पी सकते हैं।
तुलसी – तुलसी पेट की किसी भी समस्या के लिए बेहतरीन औषधि होती है। फूड प्वाइजनिंग में भी इसके काफी फायदे होते हैं। इसके लिए 2-3 कप पानी के साथ एक मुट्ठी तुलसी के पत्ते का सेवन करें। आप दही में भी तुलसी के पत्ते मिलाकर सेवन कर सकते हैं। अलग स्वाद के साथ पेट की कई समस्याओं से राहत दिलाने में यह नुस्खा बहुत कारगर है।
जीरा – फूड प्वाइजनिंग में जीरा बेहद फायदेमंद औषधि है। आप पेट संबंधी तकलीफ होने पर जीरे का सेवन करें। इससे काफी राहत मिलती है। इसके अलावा जीरे के इस्तेमाल से हर्बल ड्रिंक भी बनाया जा सकता है। इसके लिए एक चम्मच जीरा एक कप पानी के साथ उबाल लें। इसके साथ आप एक चम्मच धनिया का रस और थोड़ा नमक भी इस ड्रिंक में मिला सकते हैं। इस ड्रिंक को दिन में दो बार पीने से फूड प्वाइजनिंग से राहत मिलता है।