Ambareesh Murty Dies: मशहूर ऑनलाइन फर्नीचर कंपनी पेपरफ्राई के सह-संस्थापक अंबरीश मूर्ति की अचानक कार्डियक अरेस्ट के बाद मौत हो गई। अंबरीश एक जाने-माने अनुभवी बाइकर के रूप में जाने जाते हैं जो लेह तक का सफर तय कर चुके हैं। अब सवाल ये उठता है कि आखिर फिटनेस का ज्यादा ध्यान रखने वाले लोग भी क्यों कार्डियक अरेस्ट का शिकार हो रहे हैं। 40 साल की उम्र में हम शायद ही ये समझने की कोशिश करते हैं कि हमारा दिल किस स्थिति में हैं। हम अपने दिल की स्थिति जानने के लिए किसी तरह का कोई हार्ट का परीक्षण नहीं करते हैं। हम इस बात का बिल्कुल भी ध्यान नहीं रखते कि असामान्य परिस्थितियों का हमारे दिल की सेहत पर कैसा असर पड़ सकता है।

फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टिट्यूट,दिल्ली में इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी प्रिंसिपल डायरेक्टर डॉक्टर नीशिथा चंद्रा ने बताया कि हम अंबरीश के बारे में ये जानते हैं कि वो बाइकर थे, लेकिन उनके दिल की सेहत के बारे में नहीं जानते हैं। उनके दिल की कंडीशन विपरीत परिस्थितियों में उनका साथ नहीं दे सकी जो अचानक कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकती है। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि लेह जैसे ठंडे इलाके में अंबरीश की अचानक कार्डियक अरेस्ट के बाद मौत होने के लिए कौन-कौन से कारण जिम्मेदार हैं।

अंबरीश मूर्ति की कार्डियक अरेस्ट से मौत होने का कारण

लेह जैसे ठंडे प्रदेश में ऑक्सीजन कम मौजूद होती है जो कार्डियक अरेस्ट का कारण बन सकती है। कमजोर दिल के लोगों में यह जोखिम तब ज्यादा बढ़ जाता है जब आप सड़क मार्ग से जाने के बजाय लेह के लिए सीधी उड़ान भरते हैं। कभी-कभी हाई एल्टीट्यूड पल्मोनरी एडिमा, जब फेफड़ों में रक्त वाहिकाएं एक साथ सिकुड़ जाती हैं, जिससे हवा की थैलियों में तरल पदार्थ का रिसाव हो जाता है, जिससे रक्त में हाइपोक्सिया (रक्त में ऑक्सीजन का निम्न स्तर) और यहां तक ​​​​कि अचानक कार्डियक अरेस्ट भी हो सकता है।

डॉक्टर नीशिथा चंद्रा ने बताया कि हम ऐसी यात्रा करने से एक सप्ताह पहले यात्री को ‘डायमॉक्स’ नामक मूत्रवर्धक कोर्स शुरू करने की सलाह देते हैं ताकि बॉडी में तरल पदार्थों को कम किया जा सके और एडिमा से बचाव किया जा सके।

अचानक कार्डिएक अरेस्ट क्या है और यह दिल के दौरे से कैसे अलग है?

कार्डिएक अरेस्ट एक आपातकालीन चिकित्सा स्थिति है जिसमे मरीज का दिल अचानक से धड़कना बंद कर देता है। इस स्थिति में मस्तिष्क और अन्य अंगों को ब्लड की प्रोपर सप्लाई नहीं की जाए तो या तुरंत उपचार नहीं किया जाए तो मरीज बेहोश हो सकता है, उसके अंग काम करना बंद कर सकते हैं और यहां तक मरीज की मौत भी हो सकती है। जब हार्ट में खून नहीं पहुंचता तब हार्ट अटैक आता है लेकिन कार्डिएक अरेस्ट में हार्ट अचानक से ही काम करना बंद कर देता है

अचानक कार्डिएक अरेस्ट को कैसे रोकें?

  • अचानक कार्डिएक अरेस्ट से बचना चाहते हैं तो अपने ब्लड शुगर की जांच करें।
  • अपने ब्लड प्रेशर को नॉर्मंल रखें। खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL)के स्तर को कम रखें।
  • कभी-कभी आपका HbA1c सामान्य लग सकता है लेकिन आपको पहले से ही प्रीडायबिटीज हो सकती है। स्थिति को बिगड़ने से बचाने के लिए ब्लड शुगर की निगरानी करना जरूरी है।
  • दिल के रोगों के लिए फैमिली हिस्ट्री भी मायने रखती है। अगर फैमिली हिस्ट्री है तो समय-समय पर डॉक्टर से जांच जरूर कराएं।
  • भारतीयों में, हृदय रोग के लक्षण अन्य आबादी की तुलना में कम से कम 10 साल पहले दिखाई देते हैं। इसलिए जरूरी है कि उम्र के 30 वे साल से ही हम अपने दिल की सेहत को परखना और हेल्दी रखना शुरु कर दें।