नवरात्र में हर कोई उपवास रखकर मां दुर्गा को प्रसन्न करने की कोशिश करता है। ऐसे में डायबिटीज से ग्रस्त लोगों का सवाल होता है कि क्या वे भी नवरात्र व्रत रख सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के लिए उपवास का कोई निषेध नहीं है। वह भी व्रत रख सकते हैं लेकिन उन्हें व्रत रखते समय खास तरह की सावधानी बरतनी होती है। दरअसल, नवरात्र व्रत के दौरान अनाज, मांस, प्याज, लहसुन, शराब इत्यादि का सेवन पूरी तरह से वर्जित होता है। इसके अलावा साधारण नमक का सेवन भी नहीं करना होता है। इसके बजाय सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में डायबिटीज रोगी कुछ खास बातों को ध्यान में रखकर नवरात्र व्रत रख सकते हैं।
1. डायबिटीज रोगियों को थोड़ी-थोड़ी देर के अंतराल पर कुछ न कुछ खाते रहना चाहिए। इससे रक्त में ग्लूकोज का स्तर नियंत्रित रहता है।
2. जब आप व्रत रखते हैं तब आपको ऊर्जा की कमी महसूस होती है। ऐसे में आप अधिक मात्रा में चाय या कॉफी पीते हैं। चाय या कॉफी में मौजूद कैफीन के कारण आपको डिहाईड्रेशन की समस्या हो सकती है।
3. उपवास के दौरान अपने आपको हाईड्रेटेड रखना बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसलिए खूब सारा पानी पिएं। यह आपकी सेहत के लिए अच्छा होगा।
4. नारियल का पानी एक शुगरफ्री पेय पदार्थ है जो व्रत में भी पिया जा सकता है। डायबिटीज से ग्रस्त लोगों के लिए यह बहुत ही अच्छा पेय पदार्थ है। इसमें एंटी-ऑक्सीडेंटस, एमीनो एसिड्स, विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन और बहुत सारे पोषक तत्व होते हैं जो शरीर को आवश्यक उर्जा प्रदान करते हैं।
5. लोग उपवास छोड़ते समय बहुत अधिक कैलोरी वाले आहार लेते हैं। लेकिन डायबिटीज से ग्रस्त मरीजों को इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए कि वे उपवास तोड़ते समय ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करें जिनमें फैट्स(वसा) और शुगर कम मात्रा में हो। साथ ही उपवास के बाद बहुत ज्यादा मात्रा में खाना खाने से बचें।