डेंगू देश में एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है, जो बारिश का मौसम शुरू होते ही तेजी से फैलता है। हर साल डेंगू के कारण हजारों लोगों की जान तक चली जाती है। डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने और इसकी गंभीरता को ध्यान में रखते हुए ही हर साल 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। डेंगू दिवस का उद्देश्य डेंगू के प्रति लोगों में जागरूकता पैदा करना और रोकथाम के उपायों को बढ़ावा देना है। ऐसे में भीषण गर्मी की बीच हो रही बारिश के चलते भी डेंगू का खतरा बढ़ रहा है। डॉ. गौरव गुप्ता, सैफी अस्पताल, सलाहकार- इंटरनल मेडिसिन मुंबई ने डेंगू से बचाव के उपाय बताए हैं।
डॉ. गौरव गुप्ता ने बताया कि डेंगू एक वायरल बुखार है, जो मुख्य रूप से एडिस किस्म के मच्छरों से फैलता है। ये मच्छर उस पानी में पनपते हैं, जो कहीं रुका हुआ हो। इसलिए बारिश के मौसम में अपने घर और आसपास कहीं भी पानी जमा नहीं होने देना बहुत जरूरी है। इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता है। हर साल लगभग लाखों लोग डेंगू से ग्रसित होते हैं। ऐसे में डेंगू के प्रति जागरूकता बहुत ही जरूरी है।
मच्छरों से बचने के लिए क्या करें?
- खुली जगहों पर घूमना, बाग-बगीचों में जाना या पानी जमा जगहों से दूर रहना
- मच्छर प्रतिरोधक क्रीम या अन्य उपायों का इस्तेमाल करना
- ये दो मुख्य बचाव के तरीके हैं। अगर पहला तरीका फेल भी हो जाए, तो दूसरा आपको बचा सकता है।
डेंगू के लक्षण
- तेज बुखार
- सिर दर्द और आंखों के पीछे दर्द
- पहले इसे हड्डी तोड़ बुखार भी कहा जाता था, क्योंकि अंगों और मांसपेशियों में तीव्र दर्द होता है
- अक्सर 4–5 दिन बुखार रहने के बाद पूरे शरीर पर लाल खाज वाले दाने निकल आते हैं
- कुछ लोगों को कमजोरी, उल्टी और अत्यधिक प्यास की शिकायत होती है
डेंगू का इलाज
- डेंगू के लिए फिलहाल कोई खास दवा नहीं है
- भरपूर पानी पीना और हाइड्रेशन बनाए रखना सबसे जरूरी इलाज है
- अगर मरीज खाना न खा पाए या लगातार उल्टियां हों तो अस्पताल में भर्ती करना पड़ता है
- प्लेटलेट काउंट 50,000 से नीचे होने पर या मरीज अस्थिर होने पर तुरंत एडमिशन की सलाह दी जाती है
डेंगू से बचाव
- अॅस्पिरिन जैसे ब्लड थिनर दवाओं से दूर रहें, क्योंकि इससे bleeding का खतरा बढ़ जाता है
- प्लेटलेट्स कम होने (थ्रॉम्बोसाइटोपीनिया) से शरीर में अंदरूनी या बाहरी रक्तस्राव हो सकता है
- डेंगू की सामान्य लक्षणों को भी हल्के में न लें। समय रहते सावधानी बरतें, डॉक्टर की सलाह लें और खुद का व परिवार का ध्यान रखें।
वहीं, एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ. बिमल झाजर ने बताया अगर आपका कोलेस्ट्रॉल हाई है तो आप एनिमल फूड्स का सेवन करने से परहेज करें।