दुनिया भर में माइग्रेन के रोगी बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं। आजकल की तनाव भरी जीवनशैली माइग्रेन का प्रमुख कारण है। तनाव की वजह से सिर में दर्द होना स्वाभाविक है। ऐसा ही सिरदर्द जब लगातार बना रहे तो उसे ही माइग्रेन कहा जाता है। बोलचाल में माइग्रेन को अधकपारी कहा जाता है, क्योंकि इसमें सिर के आधे हिस्से में चुभन भरा दर्द लगातार होता रहता है।
क्या है माइग्रेन के लक्षण – माइग्रेन होने पर सिर के आधे हिस्से में दर्द होता है, जबकि आधा दर्द मुक्त होता है। यह एक न्यूरोलॉजिकल समस्या है जिसमें सिर में एक तरफ चुभन भरा दर्द कुछ घंटों से लेकर तीन दिनों तक बना रह सकता है। साथ ही साथ गैस्टिक समस्याएं, उल्टी और जी मिचलाने जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। माइग्रेन के रोगी को रोशनी और शोर से भी परेशानी होती है।
क्यों होता है माइग्रेन – भावनात्मक वजहों से माइग्रेन की समस्या हो सकती है। साथ ही साथ किसी तरह का संक्रमण, हैंगओवर, शरीर में विषैले तत्वों के जमाव की वजह से भी माइग्रेन होता है।
उपाय- माइग्रेन से बचने के कुछ सरल से घरेलू उपाय हैं। इन्हें आजमाकर माइग्रेन की समस्या से पूरी तरह से छुटकारा पाया जा सकता है। आइए जानते हैं कि ये उपाय क्या हैं –
ठंडे पानी से मालिश करें – माइग्रेन में दर्द से तुरंत राहत पाना है तो ठंडे पानी से मालिश आपके बड़े काम आ सकती है। इसके लिए आप तौलिए को ठंडे पानी में भिगोकर गर्दन और कंधों पर मालिश करें। चाहे तो पानी में नारियल का तेल भी मिला सकते हैं। इससे आपको दर्द से तुरंत लाभ मिलेगा।
देसी घी – देसी घी माइग्रेन के इलाज में काफी लाभकारी है। रोजाना गाय के देसी घी की दो बूंदें नाक में डालिए। एक हफ्ते में माइग्रेन की समस्या से निजात मिल जाएगा।
कपूर के इस्तेमाल से – कपूर को तेल या फिर घी में मिलाकर सिर में दर्द वाली जगह और आस पास की दर्द वाली जगहों पर लगाएं। इससे दर्द से तुरंत छुटकारा मिल जाएगा।
गाजर और खीरे का रस – गाजर और खीरे के रस को मिलाकर हर रोज सिर, कंधे और गर्दन की मालिश करें। इससे माइग्रेन से जल्द छुटकारा मिल जाएगा।