Uric Acid: यूरिक एसिड हमारे शरीर में मौजूद प्यूरिन नामक पदार्थ के टूटने से बनता है। यह खून के जरिए किडनी तक पहुंचता है और यूरिन के जरिए बाहर निकल जाता है। कई बार इस वजह से शरीर में स्टोन होने लगता है जिसके कारण इसकी मात्रा बढ़ने लगती है। आमतौर पर शरीर में प्यूरिन का उत्पादन अधिक प्यूरिन वाले फूड्स को खाने से होता है, जो मटर, बीन्स जैसी चीजों में पाया जाता है। बता दें कि ब्लड में यूरिक एसिड के उच्च स्तर को हाइपरयूरिसीमिया कहा जाता है। इसके अलावा महिलाओं में यूरिक एसिड का नॉर्मल स्तर 2.5 से 7.5 मीलिग्राम तक होना चाहिए, वहीं पुरुषों में 4.0 से 8.5 मिलीग्राम होना चाहिए। आइए जानते हैं यूरिक एसिड से जुड़ी अन्य जरूरी बातें-
यूरिक एसिड के लिए ब्लड टेस्ट कैसे किया जाता है? टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल को प्राप्त करने की प्रक्रिया को वेनिपंक्चर कहा जाता है। सैंपल के लिए डॉक्टर या अन्य हेल्थकेयर प्रोवाइडर किसी नस से ब्लड लेते हैं, आमतौर पर आपकी कोहनी या आपके हाथ या पीठ से। सबसे पहले, डॉक्टर एंटीसेप्टिक के जरिए उस हिस्से को सुन्न कर देते हैं। फिर नस से ब्लड निकालने के लिए उस हिस्से पर एलास्टिक बैंड बांध देते हैं। इसके बाद इंजेक्शन को नस में डालकर ब्लड निकालते हैं।
यूरिक एसिड ब्लड टेस्ट से क्या परेशानियां हो सकती हैं?
– दर्द और असहजता होने लगना
– ब्लीडिंग
– बेहोशी या आलस महसूस होने लगना
– स्किन पर ब्लड जमा हो जाना, जैसे नील पड़ जाना
यूरिक एसिड को कैसे कंट्रोल करें?
– विटामिन सी वाले फूड्स को खाने से यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। ब्लूबेरी, चेरी या फलों का जूस इसे कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
– धनिया में एंटीऑक्सीडेंट उच्च मात्रा में होता है जो यूरिक एसिड वाले मरीजों के लिए फायदेमंद होता है। डाइट में धनिया शामिल करने से गठिया या फिर इसके कारण होने वाली परेशानी से छुटकारा पाया जा सकता है।
यूरिक एसिड के मरीज इन चीजों का खास ध्यान रखें: यूरिक एसिड वाले मरीज अधिक प्यूरिन फूड्स को डाइट में शामिल ना करें। इसके अलावा मोटापे को कंट्रोल करें, वरना यह आपके लिए खतरनाक हो सकता है। साथ ही एल्कोहल और धूम्रपान से भी दूर रहें।
