एक स्वस्थ और सक्रिय जीवन के लिए शरीर के अंदरूनी और बाहरी अंगों का सही ढंग से काम करना बेहद जरूरी है। बाहरी अंगों में हाथ-पैर, आंख, नाक और कान शामिल हैं। ये अंग हमारी रोज़मर्रा की गतिविधियों, संतुलन, महसूस करने और संवाद करने में मदद करते हैं। उदाहरण के लिए आंखें देखने की क्षमता देती हैं, कान सुनने और संतुलन बनाए रखने में सहायक हैं। बात करें अंदरूनी अंगों की तो इसमें दिल, किडनी, फेफड़े , लिवर और पेट शामिल हैं। ये अंग शरीर के मेटाबॉलिज्म, रक्त संचार, ऑक्सीजन सप्लाई और टॉक्सिन बाहर निकालने जैसे जरूरी कार्य करते हैं।
दिल रक्त का प्रवाह बनाए रखता है। किडनी शरीर से अपशिष्ट और अतिरिक्त पानी निकालती है जबकि लिवर शरीर से टॉक्सिन को साफ करती है और पाचन में मदद करती है। फेफड़े शरीर में ऑक्सीजन पहुंचाते हैं और कार्बन डाइऑक्साइड निकालते हैं। जब ये सभी अंग सही ढंग से काम करते हैं, तो हमारी बॉडी एनर्जेटिक, मजबूत और इम्यूनिटी स्ट्रांग रहती है। इसके अलावा नियमित व्यायाम, संतुलित आहार, पर्याप्त नींद और तनाव नियंत्रण से इन अंगों की सेहत बनी रहती है।
हेल्थलाइन के मुताबिक बॉडी के जरूरी अंग दिल, किडनी और लिवर में कुछ भी परेशानी होने पर हमारी बॉडी कुछ संकेत देने लगती है। हमारी बॉडी इन अंगों में परेशानी होने पर रात में कुछ वार्निंग साइन बताती है। रात के समय नींद के दौरान होने वाली कुछ दिक्कते जैसे रात में सीने में दर्द, तेज खुजली,सांस लेने में कठिनाई, अचानक पसीना आना, या बार-बार बाथरूम जाना ये मामूली परेशानी नहीं बल्कि शरीर की किसी बड़ी समस्या का संकेत हो सकते हैं। शोध बताते हैं कि रात में बार-बार दिखाई देने वाले ये लक्षण बड़ी बीमारियों खासकर दिल, लिवर और किडनी की बीमारी का चेतावनी संकेत हो सकते हैं। किसी भी बीमारी में रात के समय सबसे ज़्यादा परेशानी होती है, क्योंकि इस समय शरीर के कार्य धीमे होते हैं, हार्मोन बदलते हैं और शारीरिक या मानसिक तनाव अधिक दिखाई देने लगता है।
समय पर इन संकेतों को पहचानना बहुत जरूरी है, क्योंकि जल्दी मेडिकल जांच से समस्या का पता लग सकता है और सही समय पर उपचार से गंभीर जटिलताओं को रोका जा सकता है। आइए समझते हैं कि दिल में, किडनी और लिवर में परेशानी होने पर बॉडी में रात में कौन-कौन से लक्षण दिखाई देते हैं।
दिल से जुड़ी बीमारी के रात में दिखने वाले लक्षण (Heart-Related Nighttime Red Flags)
- रात में पसीना और सीने में असहजता
- बार-बार रात में पसीना आना, खासकर अगर इसके साथ सीने में भारीपन या दर्द हो, तो यह हृदय की समस्या का संकेत हो सकता है।
- सीने के दर्द में भारीपन महसूस होना, दबाव या जलन जैसा महसूस होना,दर्द का हाथ या जबड़े तक फैलने जैसे लक्षण दिखते हैं।
- सांस लेने में कठिनाई
- रात में सांस फूलना, अचानक सांस थमना हार्ट फेलियर का संकेत हो सकता है।
- यह लक्षण अक्सर नींद में सांस के रुकना की वजह से होते हैं।
- रात में धड़कन या हृदय की अनियमितता
- अचानक दिल की तेज धड़कन होना हृदय संबंधी समस्याओं का संकेत हो सकता है।
लिवर से जुड़ी बीमारी के रात में दिखने वाले लक्षण (Liver-Related Nighttime Red Flags)
- रात में लगातार खुजली होना लिवर में खराबी का संकेत हो सकता है। दरअसल लिवर के ठीक से काम नहीं करने पर बाइल सॉल्ट जमा हो जाता हैं, जिससे स्किन में खुजली होती है। यह खुजली रात में बढ़ जाती है और नींद में खलल डाल सकती है।
- रात में पैरों में ऐंठन और मांसपेशियों की जकड़न होना
- लंबे समय तक लिवर की बीमारी होने पर इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन और मांसपेशियों की समस्या से रात में ऐंठन हो सकती है।
- नींद में परेशानी होना भी लिवर की बीमारी का संकेत हो सकते हैं। लिवर के खराब होने पर शरीर में टॉक्सिन बढ़ जाते हैं, जिससे नींद प्रभावित होती है।
किडनी से जुड़ी बीमारी के रात में दिखने वाले लक्षण (Kidney-Related Nighttime Red Flags)
- रात में बार-बार पेशाब जाना
- रात में पैरों में दर्द या बेचैनी होना
- रात में सूजन का बढ़ना किडनी फेल होने के लक्षण हो सकते हैं। किडनी फेल होने पर शरीर में अतिरिक्त तरल जमा होता है, जिससे पैरों, टखनों या पैरों में सूजन हो सकती है। रात में यह अधिक महसूस होती है।
- लगातार रात में दिखाई देने वाले लक्षण अंगों में गहरी समस्या का संकेत हो सकते हैं इसलिए इन्हें नजरअंदाज नहीं करें।
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