Sore Throat Home Remedies: मौसम बदलते ही गले में खराश होना आम बात है, गर्मी के मौसम में कभी धूप से आने के बाद पानी पी लेने से तो कभी कुछ ठंडा खा लेने से गले में खराश होने लगती है। इसके अलावा, घर की साफ-सफाई के दौरान भी अगर धूल के कण मुंह में चले जाएं तो एलर्जी या फिर इंफेक्शन का खतरा रहता है। खराश की वजह से गले में कुचकुचाहट और दर्द जैसी दिक्कतें भी आती हैं। बता दें कि गले में खराश कोविड-19 के आम लक्षणों में से एक है। इससे बचने के लिए ज्यादातर लोग दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, घरेलू उपायों के जरिए भी इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।
नमक पानी से गार्गल: स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि गुनगुने पानी में नमक मिलाकर गरारे करने से गले में खराश की परेशानी दूर हो जाती है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं जो पीड़ित को राहत प्रदान करते हैं। एक गिलास गुनगुने पानी में एक-चौथाई चम्मच नमक डालें। दिन भर में 3 से 4 बार नमक पानी से गार्गल करने पर गले को आराम मिलता है।
शहद: आयुर्वेद में शहद को औषधि का दर्जा दिया जाता है, गले की खराश को दूर करने में भी ये सहायक है। इसके इस्तेमाल से गले की कोटिंग हो जाती है जिससे खराश की परेशानी कम होती है। इसमें एंटी-बायोटिक तत्व पाए जाते हैं जो मरीजों के लिए लाभकारी होगा। दिन में 2 बार शहद का सेवन करने से इस समस्या से निजात पाया जा सकता है।
हल्दी वाला दूध: हल्दी दूध एंटी-सेप्टिक के रूप में कार्य करता है, साथ ही ये एक नैचुरल एंटी-बायोटिक भी होता है। गले की खराश दूर करने के साथ ही हल्दी दूध सूजन और दर्द को दूर करने में भी सहायक है। खासकर रात में सोते समय इसका सेवन जरूर करें।
तुलसी और अदरक का काढ़ा: गले में खराश दूर करने में काढ़ा कारगर साबित होता है, इसे बनाने के लिए एक बर्तन में तेज आंच पर पानी उबालें। दूसरी तरफ मिक्सर में अदरक, लौंग, काली मिर्च और दालचीनी को पीस लें। अब कुछ तुलसी पत्तों के साथ इस पिसे हुए मसाले को बर्तन में डालें। करीब 20 मिनट तक इस मिश्रण को उबालें। जब पानी आधा हो जाए तो काढ़ा का छानकर गिलास में निकालें। पीने से पहले इसमें कुछ बूंद शहद मिलाएं।

