युवा चेतना द्वारा भारत कोरोना को कैसे पराजित करेगा विषयक वेबिनार का आयोजन किया गया। अपने उद्घाटन भाषण में स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की भारत एकजुट होकर कोविड को पराजित करेगा। उन्होंने कहा की युवा वर्ग को आगे बढ़कर सामाजिक दायित्व का निर्वहन करना होगा। युवा चेतना लगातार समाज में कोरोना के समय लोगों काे सहयोग कर रही है। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय ने कहा की टीकाकरण में तेजी लाकर कोविड को हराना है। उन्होंने आगे कहा की युवा चेतना का सामाजिक कार्य प्रशंसनीय है। लोगों को धैर्य के साथ महामारी से लड़ना होगा।
विशेष अतिथि आर्म्ड फ़ोर्सेस ट्रिब्यूनल के अध्यक्ष जस्टिस राजेंद्र मेनन ने कहा की न्यायपालिका को चिकित्सक और प्रशासनिक वर्ग के बीच समन्वय स्थापित कर कुछ करना चाहिए। जस्टिस मेनन ने कहा की युवाओं की जवाबदेही इस विभीषिका में बढ़ी है। वेबिनार के दाैरान युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा की महामारी के समय हम लगातार हर मोर्चा पर लोगों का सहयोग कर रहे हैं। उन्होंंने कहा की अभी राजनीति करने का समय नहीं है अभी लोगों को मदद करने का समय है।
मेदांता अस्पताल के अध्यक्ष डा. नरेश त्रेहान ने कहा की सरकार के भरोसे लोगों को नहीं बैठना चाहिए। उन्होंने कहा की चिकित्सकों ने इस संकट के समय में बहुत बेहतर काम किया है। गंगाराम हास्पिटल के अध्यक्ष डा. डीएस राणा ने कहा की बिना चिकित्सीय परामर्श लिए इलाज न शुरू करें। डा. राणा ने कहा की युवा चेतना का कार्य प्रशंसनीय है। एनबीई भारत सरकार के अध्यक्ष डा. अभिजात सेठ ने कहा की इस विपत्ति में चिकित्सकों ने लगातार श्रम किया है जो अनुकरणीय है।
एम्स ऋषिकेश के निदेशक डा. रविकांत ने कहा की लोगों को संकट के समय में चिकित्सकों पर विश्वास करना होगा। जबलपुर हास्पिटल के अध्यक्ष डा. राजेश धीरावानी ने कहा की जैसे लक्षण दिखे तुरंत चिकित्सीय परामर्श लेना चाहिए। एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय की कुलपति डा. अन्नपूर्णा नौटियाल ने कहा की कोरोना काल में विद्यार्थियों ने वर्चूअल माध्यम से पढ़ाई जारी रखकर अपने कर्तव्य का निर्वहन किया है। जैक्सन ग्रूप के अध्यक्ष समीर गुप्ता ने कहा की हम लगातार ग़रीबों का सहयोग कर रहे हैं। उद्यमी मनोज गोयल ने कहा की हम लगातार गाँवों में लोगों काे सहयोग कर रहे हैं। कर्नाटक हाई कोर्ट के अधिवक्ता शिवप्रसाद शांतनागउदार ने कहा की महामारी में भारत का काफी नुक़सान हुआ है परंतु ऊर्जा के साथ पुनः खड़ा होने की आवश्यकता है।