Uric Acid Home Remedies: यूरिक एसिड एक केमिकल है जो शरीर में प्यूरीन के ब्रेकडाउन से बनता है। ये बॉडी से निकलने वाला एक वेस्ट प्रोडक्ट है जो अंगों को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हैं। शरीर में जब इस एसिड की अधिकता हो जाती है तो गाउट की परेशानी हो सकती है। ये बीमारी कष्टकारी अर्थराइटिस का ही एक रूप है जो अधिकतर पैरों के जोड़ों को प्रभावित करता है।

बता दें कि जो लोग अपनी डाइट में प्रोटीन वाले फूड्स को अधिक मात्रा में शामिल करते हैं उनके शरीर में यूरिक एसिड बढ़ने लगता है। खासकर प्यूरीन नामक प्रोटीन शरीर में इस केमिकल के स्तर को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार होता है। प्यूरीन एक जरूरी अमीनो एसिड है जो शरीर में खुद-ब-खुद तो बनता ही है, साथ में कुछ फूड्स में भी ये प्रोटीन पाया जाता है।

ऐसे में जो लोग गठिया, जोड़ों में दर्द अथवा हाइपरयूरिसेमिया से परेशान हैं, उन्हें अपनी डाइट की ओर विशेष ध्यान देना चाहिए। आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड के मरीजों को चावल खाना चाहिए या नहीं –

यूरिक एसिड में चावल: चावल की गिनती साबुत अनाजों में होती है जिनके सेवन से यूरिक एसिड के मरीजों को परहेज करना चाहिए। ये शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा तो बढ़ाते ही हैं, साथ ही वजन बढ़ने का खतरा भी होता है। साल 2016 के एक अध्ययन के अनुसार चावल का ग्लाइसेमिक इंडेक्स वैल्यू ज्यादा होता है, ऐसे में इसके सेवन से परहेज करना चाहिए।

बढ़ता है मोटापा: ऐसा माना जाता है कि जो लोग जरूरत से ज्यादा चावल खाते हैं उनका वजन तेजी से भागता है। बत दें कि जो लोग ज्यादा वजनदार होते हैं उनमें यूरिक एसिड के उच्च स्तर होने की संभावना अधिक देखने को मिलती है।

स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर लोग सप्ताह में एक या दो बार चावल खाते हैं तो इससे परेशानी नहीं होगी। मरीज चाहें तो दोपहर के समय इसका सेवन कर सकते हैं, हालांकि रात को सोते समय चावल करना हानिकारक साबित हो सकता है।

इनसे भी करें परहेज: जो लोग हाई यूरिक एसिड से परेशान हैं उन्हें अपनी डाइट में मीट, मछली, समुद्री भोजन, साबुत अनाज, एल्कोहल और शुगर लेने से बचना चहिए।