lotus stem for high uric acid: यूरिक एसिड की समस्या से अक्सर लोग परेशान हो जाते हैं। इसके पीछे बड़ी वजह ये है कि जो भी हम खाते हैं उससे निकलने वाला प्रोटीन सही से पच नहीं पाता और प्यूरिन के रूप में हड्डियों के बीच जमा हो जाता है। ऐसे में हड्डियों के बीच गैप बढ़ता है और फिर सूजन की समस्या बढ़ती जाती है। इससे चलने-फिरने में भी दिक्कत होती है और फिर हड्डियों में हर वक्त दर्द महसूस होता रहता है। इस स्थिति में आप कमल ककड़ी (lotus stem)खा सकते हैं जो कि हड्डियों को सेहतमंद रखने में मददगार है। कैसे, जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
हाई यूरिक एसिड में कमल ककड़ी खाने के फायदे
प्यूरिन मेटाबोलिज्म को तेज करता है
हाई यूरिक एसिड की समस्या में कमल ककड़ी खाने के कई फायदे हैं। सबसे पहले तो ये फाइबर से भरपूर है जो कि प्यूरिन मेटाबोलिज्म को तेज कर देता है। इससे प्यूरिन तेजी से पचने लगता है और फिर हाई यूरिक एसिड की समस्या नहीं बढ़ती।
सूजन को कम करने में मददगार
कमल ककड़ी एंटी इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर है जो कि सूजन को कम करने में मददगार है। इसके अलावा ये जोड़ों के दर्द को भी कम करने में मदद करता है। ये हड्डियों को मजबूती देने के साथ इसके काम काज को बेहतर बनाने में मदद करता है।
जोड़ों को आराम पहुंचता है
कमल ककड़ी का सेवन आपको ऊर्जा प्रदान करता है क्योंकि यह ब्लड सर्कुलेशन को नियंत्रित करता है। इसके अलावा कमल ककड़ी तांबे और आयरन से भरपूर होती है और लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को उत्तेजित करती है। इससे जोड़ों के बीच नमी रहती है और फिर जोड़ों में दर्द और खिंचाव को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
हाई यूरिक एसिड में कैसे खाएं कमल ककड़ी
हाई यूरिक एसिड में आपको कमल ककड़ी उबालकर और चोखा बनाकर खाना चाहिए। ये व्यापक तरीके से काम करता है और फिर इस समस्या को कंट्रोल करने में मदद करता है। साथ ही इसका फाइबर यूरिक एसिड पचाने की गति को भी तेज करता है। इस प्रकार से सेहत के लिए कमल ककड़ी खाना व्यापक तरीके से फायदेमंद है।