Thyroid Food: आपका शरीर थायरॉयड हार्मोन बनाता है जो आपके शरीर के कई महत्वपूर्ण कार्यों को नियंत्रित करता है। थायरॉयड ग्रंथि एक छोटा सा अंग है, जो गर्दन के सामने स्थित होता है। जब थायरॉयड ग्रंथि ठीक से काम नहीं करती तो यह आपकी पूरे शरीर को प्रभावित कर सकता है। यदि आपका शरीर अधिक थायरॉयड हार्मोन बनाता है इसे हाइपो थाइरॉयडिज्म कहते हैं और अगर शरीर में इस हार्मोन की कमी होती है तो इसे हाइपो थाइरॉयडिज्म कहा जाता है।
दोनों ही स्थितियां गंभीर होती है क्योंकि थायरॉयड के कुछ विशिष्ट हार्मोन आपके मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करते है। मेटाबॉलिज्म एक ऐसी प्रक्रिया है जो शरीर में पहुंचने वाले भोजन को ऊर्जा में बदल देती है। जब मेटाबॉलिक रेट कम या ज्यादा होता है तो थायरॉयडिटिस, हाशिमोटो थायरॉयडिटिस सहित कई प्रकार के थायरॉयड रोग लोगों को अपनी चपेट में लेते हैं। लेकिन खानपान से थायरॉयड हार्मोन को संतुलित किया जा सकता है। इन पोषक तत्व को आप अपनी डाइट में शामिल कर थायरॉयड से छुटकारा पा सकते हैं –
विटामिन B12: विटामिन B-12 और थायरॉयड विकारों के बीच परस्पर संबंध है। दरअसल हाइपो थायरॉयडिज्म (अंडरएक्टिव थायराइड) विटामिन B12 की कमी के कारण होती है जो आपके पाचन तंत्र को खराब कर सकता है। इस कारण शरीर पोषक तत्व का अवशोषण नहीं हो पाता है इसलिए B12 को अपनी डाइट में जरूर शामिल करें। पशु उत्पाद जैसे मछली , मीट, अंडा, दूध आदि विटामिन B12 के अच्छे स्रोत हैं।
नारियल तेल: नारियल तेल में फैटी एसिड होते हैं जो थायरॉयड ग्रंथि के कामकाज में मदद करते हैं। नारियल तेल हाइपो थायरॉयडिज्म से पीड़ित लोगों का मेटाबॉलिज्म बढ़ाता है और अधिक उर्जा भी देता है साथ ही वजन कम करने में भी मदद करता है।
अदरक: अदरक हमारे घरों में पाई जाने वाली सामान्य घरेलू सामग्री है। अदरक में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक खनिज से समृद्ध है जो सूजन का मुकाबला करने में भी मदद करता है। आप इसका इस्तेमाल कई तरह से कर सकते हैं जैसे अदरक की चाय पीना और अदरक के तेल का इस्तेमाल।
विटामिन डी: विटामिन डी की कमी से भी थायरॉयड की समस्या हो सकती है इसीलिए प्रतिदिन 15 मिनट धूप में बैठना जरूरी है ताकि इससे आपको बेहतर कैल्शियम मिले। इसके अलावा कुछ विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ जैसे मछलियां जिसमें सालमन और मैकेरल, डेयरी उत्पाद, संतरे का रस आदि का सेवन करना लाभदायक होता है।
फलियां: बींस फाइबर, प्रोटीन खनिज और विटामिन से भरपूर होते हैं। फाइबर कब्ज और पेट की समस्याओं को खत्म करता है। साथ ही बींस में एंटी – ऑक्सीडेंट्स और कार्बोहाइड्रेट भी भरपूर मात्रा में होते हैं।
