Winter Tips for Elder People: सर्दियों में सेहत का ध्यान रखना जरूरी होता है, ज़रा सी लापरवाही लोगों को सकते में डाल सकती है। वहीं, कोरोना काल में हेल्थ को लेकर और भी अधिक सतर्क होना पड़ेगा। हालांकि, लोगों को खुद से ज्यादा इस मौसम में अपने घर पर मौजूद बुजुर्गों का ध्यान रखने की जरूरत होती है। ठंड के महीने में उम्रदराज लोगों में जब उनके शरीर का तापमान 95 डिग्री फॉरनहीट से कम हो जाता है तो हाइपोथर्मिया (Hypothermia) नाम की बीमारी हो जाती है। इससे बुजुर्गों में लिवर अथवा किडनी संबंधी रोगों का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में कुछ जरूरी उपायों को अपनाने से इस परेशानी से निजात मिल सकती है।
घर को रखें गर्म: जवान लोगों से ज्यादा ठंड बूढ़े लोगों को लगती है इसलिए लोगों को ये सुनिश्चित करना बहुत जरूरी है कि घर के बड़ों को गर्माहट महसूस होती रहे। साथ ही, इस बात का भी ध्यान रखें कि उन्हें किसी चीज़ के लिए ठंड में खासकर रात के समय बाहर न निकलना पड़े। सर्द रातों में खिड़की-दरवाजों को अच्छी तरह बंद कर लें और उन्हें पर्याप्त कपड़े पहनने के लिए प्रेरित करें ताकि उन्हें गर्मी का अहसास होता रहे।
एक्सरसाइज के लिए करें प्रेरित: बढ़ती उम्र के साथ फिजिकल इनैक्टिविटी यानि कि शारीरिक असक्रियता ज्यादा हो जाती है। बड़े-बुजुर्गों को एक्सरसाइज करने में दिक्कत हो सकती है। ऐसे में आप उन्हें हल्के योगासन या फिर कुछ देर टहलने के लिए प्रेरित करें। हालांकि, एक्सरसाइज को ज्यादा कॉम्प्लिकेटेड न बनाएं, हफ्ते में 2 से 3 बार करना भी पर्याप्त होगा। सर्दियों में बुजुर्ग अगर नियमित रूप से व्यायाम करें तो इससे आलस्य और अकड़न कम होती है।
गुनगुने पानी से नहाएं: सर्दी बढ़ते ही लोगों की गर्म पानी से नहाने की इच्छा भी बढ़ जाती है। हालांकि, डॉक्टर्स का मानना है कि घर के बड़ों को चाहे बाहर कितनी भी ठंड हो, ज्यादा गर्म पानी से नहाने से बचना चाहिए। बुजुर्गों को गुनगुने पानी से नहाने की सलाह दी जाती है। गर्म पानी से नहाने से शरीर का तापमान अचानक से बदल जाता है। इससे वो बीमार पड़ सकते हैं, साथ ही उनकी स्किन भी ड्राय हो जाती है। ऐसे में बड़े-बुजुर्गों को गुनगुने पानी से ही नहाना चाहिए।
कार्बन-मोनोक्साइड से रहें दूर: जो लोग घरों में अलाव जलाते हैं या फिर रूम हीटर का इस्तेमाल करते हैं, उनके प्रभाव से घर के बड़ों को दूर रखना चाहिए। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि जहां हीटर अथवा आग का इस्तेमाल करें वो जगह पूरी तरह से वेंटिलेटेड हो। साथ ही, ठंड कितनी भी हो जाए मगर इनका इस्तेमाल पूरी रात करने से बचें। अगर घर में खिड़की या वेंटिलेशन की सुविधा न हो तो वहां इनका इस्तेमाल न करें।
शरीर हाइड्रेटेड रहना चाहिए: सर्दियों में अक्सर लोगों को प्यास कम लगती है, ऐसे में अगर आपके माता-पिता कम पानी पीते हैं तो उनमें डिहाइड्रेशन की शिकायत हो सकती है। इससे उनमें कब्ज़ की परेशानी भी होती है। ऐसे में उन्हें बार-बार पानी पिलाते रहें, हो सके तो गुनगुने पानी का सेवन कराएं।