कान शरीर के सबसे संवेदनशील अंगों में से एक है। बेहतर सुनने की क्षमता के लिए कान का स्वस्थ और स्वच्छ रहना बहुत जरुरी है। कान की नली के बाहरी हिस्से में हजारों ग्रंथियां होती हैं। इनसे निकलने वाले तेल की वजह से कान हमेशा ऑयली रहता है। वहीं कुछ पसीने की ग्रंथियां भी होती हैं। इनमें जब कुछ मरी हुई कोशिकाएं, शरीर से निकलने वाली कुछ और चीजें मिलती हैं तो कान में वैक्स जमा होता है। ऐसा माना जाता है कि यह वैक्स कान को नरम रखने के लिए होता है। इसे कान का मैल भी कहते हैं और जब यह मैल कान में ज्यादा इकट्ठा हो जाता है तब समस्याएं भी शुरु हो जाती हैं। तब इसे साफ करने की जरुरत महसूस होती है।
ज्यादा वैक्स जमा होने की वजह से कान बंद हो जाते हैं। कान की सही तरह से सफाई न हो तो कान में दर्द, खुजली, जलन या फिर बहरापन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए समय समय पर कान की सफाई करते रहना जरुरी है। कान की सफाई के लिए कुछ सुरक्षित तरीके होते हैं। इयरबड से कान साफ करने पर वैक्स और अंदर चले जाते हैं। कभी-कभी ऐसा होता है कि रूई अंदर छूट जाती है जो बाद में एक बड़ी समस्या बन जाती है। इसलिए यह तरीका सुरक्षित नहीं है। कान को साफ करने के लिए प्राकृतिक और सुरक्षित तरीके अख्तियार करना ज्यादा सही होगा।
हम बता रहे हैं कान को साफ करने के कुछ सुरक्षित तरीके जिसका इस्तेमाल करके आप कानों की सफाई ठीक तरह से कर सकते हैं। जैसे- हल्के गुनगुने पानी को रुई की सहायता से कान के अंदर डालें। कुछ समय तक रुकें फिर कान उलटकर पानी बाहर निकाल दें। यह सबसे सुरक्षित और कारगर तरीका है।कान की सफाई के लिए जो सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाने वाला तरीका है हाइड्रोजन पराक्साइड से कान साफ करना। बहुत ही कम मात्रा में इसे पानी में घोलकर कान में डाला जाता है। कुछ देर बाद कान को उलटकर बचे हुए घोल को बाहर निकाल दिया जाता है। गरम पानी मे नमक मिलाकर घोल तैयार कर लें और रूई की सहायता से कान में डालें। कुछ देर बाद उलटकर घोल बाहर निकाल दें। लेकिन कान में अगर दर्द हो या फिर कोई खरोंच या घाव हो तो यह तरीका बिल्कुल न अपनाएं।