Constipation Remedies: कब्ज की परेशानी में मरीज का पेट ठीक से साफ नहीं हो पाता है। साथ ही, शौच के समय काफी असुविधा और पीड़ा होती है। ये परेशानी पेट या फिर पाचन संबंधी ही नहीं है, कई बार ये रूखी त्वचा, बाल और नींद संबंधी दिक्कत का कारण बनती है। इसके वजह से चिड़चिड़ाहट महसूस होती है और दिन भर इंसान फ्रेश फील नहीं कर पाता है। ऐसे में हर कोई इससे निजात पाना चाहता है जिसमें आयुर्वेद मददगार है। विशेषज्ञ मानते हैं कि जिस प्रकार इम्युनिटी को बेहतर करने में थोड़ा समय लगता है, ठीक वैसे ही पाचन की दिक्कतों को दूर करने में भी समय लगता है। आइए जानते हैं विस्तार से –

सही खानपान है आवश्यक: स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि कब्ज की स्थिति तब बनती है, जब पाचन तंत्र खराब हो जाता है। कब्ज का अर्थ है, मलत्याग में परेशानी होना या मरीजों में मल त्याग सामान्य से कम होना। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि कब्ज की समस्या को कंट्रोल करने के लिए सबसे जरूरी है खानपान पर ध्यान देना है।

क्या खाएं: आयुर्वेद के अनुसार जीवन शैली से संबंधी इस परेशानी को दूर करने के लिए कुछ जरूरी सावधानियां बरतनी चाहिए। कब्ज से निजात पाने के लिए आवश्यक है कि मरीज रोज गर्म व नमी से भरपूर भोजन करें। सूप, खिचड़ी, स्ट्यू और पोच्ड ऐप्पल खाने से लाभ होगा।

भिंडी खाने से होगा लाभ: भिंडी में भरपूर मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं, ऐसे में इसके सेवन से कब्ज को दूर करने में मदद मिलेगी। कोलन को साफ करने के लिए भिंडी खाना फायदेमंद होगा।

सुबह-सुबह भिगोकर खाएं ये चीजें: रात भर भिगोए हुए प्रून, अंजीर, और किशमिश खाने से भी कब्ज की परेशानी दूर होगी। साथ ही, गर्म दूध, घी, केसर और हल्दी का सेवन करना भी लाभकारी साबित होगा।

तरल पदार्थ है जरूरी: स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक लोग भरपूर मात्रा में गर्म पानी पीयें। इसके अलावा, रूम टेम्प्रेचर पर रखा पानी भी पी सकते हैं। इसके अलावा, इसी तापमान पर अलसी के बीज व तेल से बना स्मूदी पीना भी कारगर साबित होगा।

क्या न खाएं: पॉपकॉर्न या क्रैकर्स जैसे सूखा नाश्ता करने से बचें। कार्बोनेटेड ड्रिंक्स पीने से भी नुकसान होगा। आइसक्रीम या कोई अन्य ठंडा खाना, यहां तक कि ठंडा पानी पीने से भी परहेज करें।