प्यूरीन से भरपूर डाइट का सेवन करने से बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने लगती है। हम जो भी खाते हैं उससे हम सभी की बॉडी में यूरिक एसिड बनता है और किडनी इन टॉक्सिन को फिल्टर करके यूरिन के जरिए बॉडी से बाहर निकाल देती है। यूरिक एसिड का बनना नॉर्मल बात है लेकिन उसका बॉडी में जमा होना बीमारियों का कारण बनता है। जब बॉडी में यूरिक एसिड ज्यादा बढ़ जाता है, तो किडनी भी इसे बाहर निकालने में फेल हो जाती है और वो जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगते है। यूरिक एसिड का क्रिस्टल के रूप में जमा होने को हाइपरप्यूममिया कहते हैं। ये परेशानी गाउट का कारण बनती है।

यूरिक एसिड बढ़ने पर हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द, मांसपेशियों में सूजन और हाथ-पैरों की उंगलियों में चुभन के साथ दर्द होने लगता है। यूरिक एसिड के मरीजों को इसे कंट्रोल करने के लिए डाइट का ध्यान अधिक रखना चाहिए और पानी का अधिक सेवन करना चाहिए। पानी का अधिक सेवन करने से किडनी बॉडी में बनने वाले यूरिक एसिड को आसानी से बाहर निकाल देती है।आइए जानते हैं कि यूरिक एसिड के मरीजों को कितना पानी पीना चाहिए? क्या पानी में नींबू का सेवन करने से यूरिक एसिड के मरीजों को फायदा पहुंच सकता है।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए कितना पानी पीना है जरूरी:

पानी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। जिन लोगों का यूरिक एसिड हाई रहता है वो ज्यादा पानी का सेवन करें। हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए दिन में कम से कम 10-12 गिलास पानी का सेवन करना बेहद जरूरी है। पानी का अधिक सेवन करने से किडनी बॉडी से आसानी से टॉक्सिन को बाहर निकाल सकती है।

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में नींबू पानी पीना फायदेमंद है क्या?

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए पानी के साथ नींबू का सेवन करना बेहद असरदार साबित होता है। जब किडनी टॉक्सिन को बाहर निकालना बंद कर देती है तो ऐसे में नींबू पानी का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। एक्सपर्ट के मुताबिक विटामिन सी से भरपूर नींबू का सेवन यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में असरदार है। इसका सेवन करने से पाचन दुरुस्त रहता है।

किस तरह करें नींबू पानी का सेवन:

यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए रोजाना सुबह खाली पेट एक गिलास पानी में एक नींबू का सेवन पर्याप्त है। आप चाहें तो नींबू पानी में नमक और चीनी मिलाकर भी उसका सेवन कर सकते हैं।