दांतों में झनझनाहट का घरेलू उपाय: दांतों में झनझनाहट (danton mein jhanjhanahat) से क्या आप परेशान हैं। इसकी वजह से आप कुछ खा पी भी नहीं पा रहे हैं, तो आप दांतों में होने वाली इस सेंसिटिविटी का कुछ उपाय करना चाहिए। दरअसल, दांतों में सेंसिटिविटी की कई वजह हो सकती है जैसे दांतों की चोट, दांतों की जड़ों का नजर आना और फिर दांतों का समय के साथ घिस जाना। इसके अलावा कैविटी की वजह से भी ये समस्या बनी रह सकती है। इतना ही नहीं अगर आपको मसूड़ों से जुड़ी कोई दिक्कत है या कोई बीमारी है तब भी आपके दांतों में झनझनाहट की समस्या हो सकती है। तो, आइए जानते हैं दांतों में झनझनाहट का घरेलू उपाय।

दांतों में झनझनाहट का घरेलू उपाय-tooth sensitivity home remedies

शहद और गर्म पानी

शहद एक एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर है और इसका उपयोग हीलिंग के लिए भी किया जाता है। शहद उपचार में तेजी लाने और दर्द और सूजन को कम करने में मदद कर सकता है। तो, आपको करना ये है कि गर्म पानी में थोड़ा सा शहद मिलाएं और फिर इससे कुल्ला करें। ये काम आपको दिनभर में कई बार करना है। इससे आपको सेंसिटिविटी की दिक्कत से राहत मिलेगी।

हल्दी

खाना पकाने के अलावा, हल्दी का उपयोग सूजन-रोधी उपचार के रूप में भी किया जा सकता है। हल्दी में करक्यूमिन नामक एक यौगिक होता है जो अपने सूजनरोधी प्रभावों के लिए जाना जाता है। इसका उपयोग संवेदनशील दांतों के दर्द को कम करने के लिए होता है। आप दांतों पर पिसी हुई हल्दी की मालिश कर सकते हैं। इसके लिए आपको करना ये है कि 1 चम्मच हल्दी में आधा चम्मच नमक और आधा चम्मच सरसों का तेल मिला लें। दर्द से राहत के लिए इस पेस्ट को दिन में दो बार दांतों और मसूड़ों पर लगाएं।

ग्रीन टी

ग्रीन टी एक अन्य उत्पाद है जो अपने स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। इसके एंटीऑक्सीडेंट प्रभाव और सूजन-रोधी गुणों के लिए इसका उपयोग किया जाता है। संवेदनशील दांतों के लिए, दांतों को मजबूत करने और सूजन को कम करने के लिए बिना चीनी वाली ग्रीन टी को दिन में दो बार माउथवॉश के रूप में उपयोग करें।

नमक के पानी से कुल्ला करें

नमक एक प्रभावी एंटीसेप्टिक है और यह सूजन को कम करने में भी मदद कर सकता है। संवेदनशील दांतों के दर्द के लक्षणों को कम करने के लिए दिन में दो बार नमक के पानी से गरारे करें। इसके लिए एक गिलास गुनगुने पानी में आधा छोटा चम्मच नमक डालें और अच्छी तरह मिलाएं। घोल को अपने मुंह में 30 सेकंड तक घुमाए। घोल को थूक दें।