कई बीमारियां ऐसी होती हैं जो घरेलू नुस्खों या उपचार से भी ठीक हो सकती है, लेकिन जानकारी के अभाव में हम इसके लिए अंग्रेजी दवाइयां ले लेते हैं जो कि शरीर के लिए नुकसान दायक होती है। आइए आज हम आपको छोटी-मोटी बीमारियों के लिए आचार्य बालकृष्ण के नुस्खे बता रहे हैं जिन्हें अपनाकर आप आसानी से इनका इलाज करवा सकते हैं।

कफ और सर्दी जुकाम: सर्दी जुकाम, कफ आए दिन की समस्या है। इसके लिए काली मिर्च, अदरक, तुलसी को शहद में मिलाकर दिन में तीन बार लें, इससे नाक बहना रुक जाएगी। साथ ही गले में खराश या ड्राई कफ होने पर अदरक के पेस्ट में गुड़ और घी मिलाकर खाएं। वहीं तुलसी के साथ शहद हर दो घंटे में खाएं, इससे कफ से छुटकारा मिलेगा।

हाई ब्लड प्रेशर: कुछ दिनों तक लगातार आधा चम्मच मैथी दाना पॉउडर पानी के साथ लेने से हाई ब्लड प्रेशर में लाभ होता है। साथ ही तुलसी के पांच पत्ते और नीम के दो पत्ते कुछ दिनों तक लेने से भी हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है। अगर आपको भी हाई ब्लड प्रेशर की दिक्कत है तो तांबे के बर्तन में रखा हुआ पानी पीएं और दो कली लहसुन की खाली पेट लें, इससे भी हाई ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।

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पैर में मोच: पैर में मोच आने पर आक या पान का पत्ता या आम का पत्ते को चिकना कर नमक लगा कर उस स्थान पर बांधने से काफी लाभ होता है। साथ ही चोट लगने पर नमक में काले तिल, सूखा नारियल और हल्दी मिला कर पीस कर गरम कर चोट वाले स्थान पर बांधने से आराम मिलता है।

घुटनों का दर्द: सुबह खाली पेट तीन-चार अखरोट की गिरियां निकाल कर कुछ दिनों तक खाना चाहिए। इसके नियंत्रित सेवन से घुटनों के दर्द में आराम मिलता है। आप नारियल की गिरी भी खा सकते हैं, इससे घुटनों के दर्द में राहत मिलती है।

दस्त: अगर आपको भी दस्त की दिक्कत हो तो खाना खाने के बाद एक कप लस्सी में एक चुटकी भुना जीरा और काला नमक ड़ाल कर पीएं। दस्त में आराम आएगा। साथ ही मिश्री और अमरूद खाने से भी आराम मिलता है।

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