Uric Acid Home Remedies: आज की खराब व अस्वस्थ जीवन शैली में जो बीमारियां पहले उम्रदराज लोगों को होती थी, अब उसकी चपेट में कम उम्र के लोग भी आ रहे हैं। यूरिक एसिड का बढ़ना भी इन्हीं स्वास्थ्य परेशानियों में से एक है। यूरिक एसिड एक ऐसा केमिकल है जो प्यूरीन नामक प्रोटीन के ब्रेकडाउन होने पर बनता है। जब बॉडी में यूरिक एसिड की मात्रा अधिक हो जाती है तो लोग गठिया व गाउट जैसी बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं। इसके कारण जोड़ों में दर्द, उठने-बैठने में परेशानी और उंगलियों मे सूजन की शिकायत होती है।
जोड़ों में दर्द ज्यादा होने पर लोग अपने दैनिक कार्यों को करने में भी असमर्थ हो जाते हैं, ऐसे में इनका इलाज जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार कुछ घरेलू उपाय इसमें मददगार साबित हो सकते हैं।
हल्दी: हल्दी में कई औषधीय तत्व मौजूद होते हैं जो इसे खास बनाता है। आयुर्वेद में भी बीमारियों से लड़ने में हल्दी के इस्तेमाल पर जोर दिया है। इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण होते हैं, साथ ही हल्दी में पाया जाने वाला तत्व करक्यूमिन जोड़ों के दर्द से निजात दिलाने में मददगार है। हल्दी वाला दूध का सेवन यूरिक एसिड को भी कम करता है।
अदरक: अदरक में एंटी-इंफ्लेमेट्री तत्व पाए जाते हैं, जोड़ों में दर्द से परेशान मरीजों को रोजाना नियमित रूप से अदरक वाली चाय को पीना चाहिए। गले में खराश, कफ और एसिडिटी की समस्या को दूर करने में भी अदरक सहायक है।
ग्रीन टी: वजन कम करने के पॉपुलर ड्रिंक्स में से एक है ग्रीन टी, जिसके सेवन से जोड़ों में दर्द को भी कम किया जा सकता है। इसमें भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। साथ ही, इसमें एंटी-इंफ्लेमेट्री तत्व भी पाए जाते हैं जो सूजन को कम करने में सहायक है। ऐसे में दिन भर में 2-3 कप ग्रीन टी पीयें।
एलोवेरा: गठिया के दर्द को कम करने में एलोवेरा भी सक्रिय भूमिका निभाता है। एलोवेरा पौधे में ताजे जेल को निकाल कर इस्तेमाल करें। आप चाहें तो एलोवेरा जूस भी पी सकते हैं।
अजवाइन: इसमें इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं जो सूजन को कम करके दर्द से राहत दिलाता है। इसे साबुत खाना और इससे बनी चाय पीना दोनों ही लाभदायक साबित होगा।