Warning Signs of a Heart Attack: पिछले कुछ दिनों में कई सेलेब्रिटीज को हार्ट अटैक (Heart Attack Causes) की वजह से अपनी जान गंवानी पड़ी है। चिंता की बात यह है कि इनमें से कुछ लोगों की उम्र 50 साल से कम थी। सेलिब्रिटी से लेकर आम लोग हार्ट अटैक का शिकार हो रहे हैं। इनमें से ज्यादातर लोग 40-50 साल के आसपास हैं। जानकारों के मुताबिक अब हर उम्र के लोगों को दिल की बीमारी (Causes of heart attack) होने का खतरा है। जीवनशैली में बदलाव और खुद को फिट रखने से ही इस जोखिम से बचा जा सकता है।
फोर्टिस सी-डॉक हॉस्पिटल के डायबिटीज़ एंड एंडोक्राइनोलॉजी विभाग की कंसल्टैंट डॉ अमृता घोष से हृदय रोग के सबसे सामान्य कारणों के बारे में जानेंगे। आपको यह भी बताएंगे कि हार्ट अटैक से बचाव के लिए क्या कदम उठाने चाहिए। डॉ अमृता घोष ने जनसत्ता डॉट कॉम से बातचीत में बताया कि यह मधुमेह (Diabetes) और हार्ट रोगों के बीच दो तरफा रिश्ता है। हाई ब्लड ग्लूकोज से कुछ समय बाद ब्लड वैसल्स को नुकसान पहुंचता है। अनियंत्रित ब्लड ग्लूकोज से हार्ट और ब्लड वैसल्स को नियंत्रित करने वाले नर्व्स को नुकसान होता है।
हार्ट के लिए जिम्मेदार है डायबिटीज
डॉक्टर घोष ने बताया कि कुछ अध्ययनों से यह पता चला है कि हाइ ब्लड शुगर की वजह से ब्लड वैसल्स की सूजन बढ़ सकती है जिससे हृदय को पहुंचने वाली ब्लड फ्लो भी बाधित हो सकती है। लंबे समय तक आर्टरीज़ में सूजन रहने से कलेस्ट्रॉल और प्लाक भी जमा होता रहता है। इस तरह आर्टरीज़ का मार्ग भी संकरा हो सकता है।
मधुमेह से ग्रस्त मरीज़ों में युवावस्था में ही हृदय रोगों (Heart Attack Symptoms, Risk, and Recovery) का जोखिम बढ़ जाता है और सच तो यह है कि उन्हें हार्ट रोग और स्ट्रोक की आशंका दोगुनी हो जाती है। जितने ज्यादा समय तक अनियंत्रित डायबिटीज़ (Uncontrolled Diabetes) रहती है, उतना ही अधिक हार्ट रोग का जोखिम रहता है। ब्लड शुगर लैवल को नियंत्रित करने से जटिलताओं का जोखिम कम हो जाता है। हालांकि मधुमेह के चलते हार्ट रोगों का जोखिम काफी बढ़ जाता है और ऐसे में ब्लड शुगर कंट्रोल करने से कार्डियोवास्क्युलर जोखिम काफी कम हो सकते हैं।
हाई ब्लड प्रेशर के चलते भी हो सकता है हार्ट अटैक
उच्च रक्तचाप से पीड़ित लोगों को दिल का दौरा (How Uncontrolled Blood Pressure Affects Your Body) पड़ने का खतरा अधिक होता है। अगर ब्लड प्रेशर कंट्रोल में नहीं रहता है तो यह दिल की बीमारी का कारण बनता है।
धूम्रपान के कारण भी हो सकता है हार्ट अटैक
सिगरेट पीना आज के युग में एक फैशन बन गया है। हालांकि, इसका धुआं दिल के लिए गंभीर खतरा पैदा (Smoking Affects Your Body) करता है। सिगरेट पीने से कई दिल के दौरे पड़ते हैं। इसलिए धूम्रपान तुरंत छोड़ दें।
हाई कोलेस्ट्रॉल बनता है हृदय रोग का कारण
जब कोलेस्ट्रॉल का स्तर (Cholesterol Causes for Heart Attack) बढ़ता है, तो यह ब्लड वेसेल्स में बनता है और हृदय में रक्त का प्रवाह बंद हो जाता है। इससे दिल का दौरा या कार्डियक अरेस्ट होता है। कोलेस्ट्रॉल हमेशा नियंत्रण में रहना चाहिए।
मोटापा बढ़ने से बढ़ती हैं कई बीमारियां
आपको जानकर हैरानी होगी कि मोटापा (Obesity and Heart Attack) आपके दिल की सेहत के लिए बेहद हानिकारक है। मोटापा भी दिल के दौरे का कारण बन सकता है। इसलिए अपने वजन को कंट्रोल में रखें।
हार्ट अटैक से कैसे बचा जाए ?
डॉक्टर घोष के मुताबिक ब्लड शुगर लैवल को नियंत्रित करना मरीज़ों का प्रमुख लक्ष्य होना चाहिए। इसी तरह, डायबिटीज़ और कार्डियाक रोगों के इलाज के लिए मल्टीडिसीप्लीनरी एप्रोच अपनायी जानी चाहिए। उपचार के लिए नियुक्त टीम में डायबेटोलॉजिस्ट, कार्डियोलॉजिस्ट, क्लीनिकल न्युट्रिशनिस्ट और एक्सरसाइज़ एक्सपर्ट शामिल होने चाहिए।
साथ ही लाइफस्टाइल में भी बदलाव लाने पर ज़ोर रहना चाहिए जिसमें हर रोज़ 60 मिनट तक इंटेंसिटी एक्सरसाइज़, कम वसायुक्त भोजन, भोजन पकाने के लिए ऑलिव और मस्टर्ड ऑयल का प्रयोग तथा सैचुरेटेड फैट्स का सेवन सीमित करना चाहिए। साथ ही, बादाम, अखरोट, पिस्तों और हरी पत्तेदार सब्जियों को अपनी खुराक में शामिल करें। रैड मीट से परहेज़ करें और उसकी जगह फिश, लीन मीट शामिल करें। डॉक्टर घोष के मुताबिक डायबिटीज़ की दवाएं अपेक्षाकृत नई हैं जैसे कि SGLT2 इंहिबिटर्स और हाइ रिस्क मरीज़ों को GLP 1 एनालॉग्स दी जाती हैं। अन्य दवाएं भी हृदय की सुरक्षा को ध्यान में रखकर दी जा सकती हैं।