Ghee In Dal: भारत में घी को सिर्फ स्वाद के लिए ही नहीं, बल्कि औषधीय गुणों के लिए भी पसंद किया जाता है। भारत में दाल में घी डालने की परंपरा सदियों से चली आ रही है। घी या शुद्ध मक्खन भारतीय संस्कृति में एक विशेष स्थान रखता है और इसका उपयोग धार्मिक और पाक दोनों उद्देश्यों के लिए किया जाता है। हिंदू लोग यज्ञों में घी का उपयोग करते हैं और पूजा करते समय घी के दीये जलाते हैं। घी का उपयोग घरों में और आयुर्वेद चिकित्सकों द्वारा औषधीय उपयोग के लिए किया जाता रहा है।
घी के फायदे
घी में घुलनशील विटामिन जैसे A, D, E, K भरपूर मात्रा में होते हैं। घी दाल और मसालों में मौजूद आवश्यक पोषक तत्वों को शरीर में बनाए रखने में मदद करता है। यह विटामिन A, D, K का एक अच्छा स्रोत होने के अलावा विटामिन E का भी भंडार है। विटामिन E में महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो कैंसर, गठिया और मोतियाबिंद के जोखिम को कम करने से जुड़े होते हैं। विटामिन E हार्ट से संबंधित समस्या को कम करने में भी मदद करता है।
डाइजेशन के लिए फायदेमंद
दाल में घी डालने से पाचन एंजाइम एक्टिव होते हैं। इसके अलावा पेट फूलने जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है। घी को कब्ज से राहत देने के लिए भी जाना जाता है।
दाल में घी डालकर खाने के फायदे
घी हमारे शरीर की पाचन शक्ति को अच्छा बनाता है। यह खतरनाक माइक्रोब्स को खत्म करने में भी मदद करता है। दाल में घी डालकर खाने से कब्ज और अपच जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
वजन कम करने मददगार
घी में फैटी एसिड मौजूद होते हैं और यह मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में भी मदद करता है।
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हड्डियां रहती हैं मजबूत
घी में कैल्शियम और विटामिन K भरपूर मात्रा होते हैं, जो हड्डियों को मजबूत बनाते हैं।
Disclaimer: आर्टिकल में लिखी गई सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य जानकारी है। किसी भी प्रकार की समस्या या सवाल के लिए डॉक्टर से जरूर परामर्श करें।