शरीर में यूरिक एसिड की मात्रा बढ़ने से कई गंभीर बीमारियां हो सकती हैं। यूरिक एसिड की मात्रा शरीर में प्यूरिन नाम के तत्व के टूटने से बढ़ती है। हालांकि, अधिकांश यूरिक एसिड पेशाब और मल त्याग में बाहर निकल जाता है। लेकिन जब शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाती है, तो यह एसिड धीरे-धीरे हड्डियों के बीच जमा होने लगता है, जिससे आर्थराइटिस की समस्या होने का खतरा बढ़ जाता है। इसके कारण कम उम्र में ही घुटनों में दर्द, उठने-बैठने में तकलीफ, गठिया-बाय और जोड़ों में दर्द की समस्या होने लगती है.
यूरिक एसिड लक्षण: यूरिक एसिड के मरीजों को हाथ-पैरों में जलन, उंगलियों में असहनीय दर्द होता है। जोड़ों में दर्द, अकड़न और जलन की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. केवल इतना ही नहीं, सीने में जलन और खाना खाने में तकलीफ भी होती है। इससे सूजन, हड्डियों में दर्द, पेशाब करने में दिक्कत होती है। विशेषज्ञों की मानें तो यूरिक एसिड की समस्या से मनुष्यों की जल्दी थकान भी होने लगती है।
ज्यादातर लोग यूरिक एसिड को कम करने के लिए एलोपैथी दवाइयों का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, हेल्थ एक्सपर्ट्स की मानें तो होमियोपैथी दवाइयां भी यूरिक एसिड को कम करने में कारगर है। बता दें, चिकित्सा पद्धित का एक विकल्प होमियोपैथी भी है। होमियोपैथिक उपचार यूरिक एसिड के मेटाबॉलिज्म में परिवर्तन करके, यूरिक एसिड के गठन और क्रिस्टलीकरण को कम करता है, जिससे सूजन को रोका जा सकता है।
यूरिक एसिड में लक्षण के हिसाब से दी जाती हैं होम्योपैथिक दवाएं
शरीर में तेज दर्द, ठंड के मौसम में चुभने वाला दर्द, हाथों में पिन या सुई चुभने जैसा दर्द महसूस होना, उंगलियों में अकड़न, शरीर में कमजोरी और झुनझुनी पैदा होना, जोड़ों में अकड़न, अंगूठे पर सूजन, एड़ी में दर्द, पैरों में सूजन और ठंड लगना, पीठ दर्द, ज्यादा थकावट होने और आंतरिक रूप से ठंड महसूस होने जैसे लक्षणों में कोलचिकम आटमनेल (Colchicum Autumnale) दवा दी जाती है। इसका सामान्य नाम मीडो सैफरन (Meadow Saffron) है।
वहीं, अगर गाउट से जुड़ा हुआ एक्जिमा, लिपोमा जिसे वसा का जमाव भी कहा जाता है। लगातार गाउट वाला जमाव और शरीर के गाउट बने रहने वाले क्षेत्रों पर खुली जैसे लक्षणों में यूरिकम एसिडम या फिर लिथिक एसिड दवा का इस्तेमाल करना चाहिए।
गाउट वाला दर्द, जोड़ों ममें सूजन, दाहिने कंधे में तेज दर्द, जोड़ों में कड़कड़ाहट, चलने-फिरने में दिक्कत, वात रोग संबंधी ग्रंथियां, अंगूठों में सूजन, निचले अंगों से दर्द शुरू होने वाला और पैर की एड़ी में मोच इन लक्षणों के होने पर लिडम पैलस्टर (Ledun Palustre) दवा दी जाती है। हालांकि, यह दवा उन लोगों के लिए कारगर है, जिनके शरीर में आंतरिक गर्मी कम होती है। हालांकि, इन बातों का विशेष ध्यान रखें कि बिना विशेषज्ञों की सलाह के किसी भी दवा का इस्तेमाल ना करें।
यूरिक एसिड की रामबाण दवा क्या है?
हाई फायबर फूड जैसे ओटमील, दलिया, बींस, ब्राउन राईस (ब्राउन चावल) खाने से यूरिक एसिड की ज्यादातर मात्रा एब्जॉर्ब हो जाएगी और उसका लेवल कम हो जाएगा। बेकिंग सोडा के सेवन से भी यूरिक एसिड को कम करने में मदद मिलेगी। इसके लिए एक चम्मच बेकिंग सोडा को एक गिलास पानी में मिलाएं। अब इस मिश्रण के 8 गिलास रोजाना पीएं।