सर्दी के मौसम में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी बढ़ जाती हैं। सर्द हवाओं के कारण लोगों को उंगलियां, घुटने, गर्दन, कोहनी और कमर आदि में दर्द की समस्या होती है। कई बार तो यह समस्या इतनी बढ़ जाती है की लोगों का चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है। ठंड के दौरान शरीर में यूरिक एसिड का स्तर भी बढ़ जाता है। इसके अलावा कार्टिलेज के घिसने और ज्वाइंट्स में लुब्रिकेंट की कमी के कारण भी घुटनों में दर्द की समस्या होती है।

बाबा रामदेव के मुताबिक योगासन और आयुर्वेदिक उपायों के जरिए जोड़ों और हड्डियों के दर्द से भी छुटकारा पाया जा सकता है। ऐसे में आप जोड़ों में दर्द से निजात पाने के लिए इन उपायों का इस्तेमाल कर सकते हैं।

उष्ट्रासन: जोड़ों और हड्डियों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए नियमित तौर पर उष्ट्रासन करना चाहिए। यह आसन करने से कंधे और पीठ के दर्द में छुटकारा मिल सकता है। यह आसन शरीर के पोश्चर को ठीक करने में मदद करता है, साथ ही किडनी को भी स्वस्थ रखता है। जो लोग स्लिप डिस्क की समस्या से जूझ रहे हैं, उनके लिए भी यह आसन बेहद ही लाभकारी माना जाता है।

शलभासन: यह आसन नवर्स सिस्टम को मजबूत करने के साथ ही शरीर को मजबूत और लचीला बनाता है। यह खून को साफ करने में भी मदद करता है। अस्थमा के रोगियों के लिए शलभासन किसी रामबाण से कम नहीं है।

मर्कटासन: मर्कटासन पेट संबंधी समस्याओं से निजात दिलाने में कारगर है। यह गैस और कब्ज में भी लाभदायक है। इसके अलावा लिवर, फेफड़े आदि को भी हेल्दी रखने में मर्कटासन मदद करता है।

नौकासन: डायबिटीज के मरीजों को नियमित तौर पर नौकासन करना चाहिए। यह शरीर में ऑक्सीजन के स्तर को भी संतुलित बनाए रखता है। मोटापे को कम करने के साथ ही यह पाचन शक्ति को भी मजबूत करता है। नौकासन के जरिए टीबी और निमोनिया को भी ठीक करने में मदद मिलती है।

गोमुखासन: इस आसन के जरिए फेफड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह रीढ़ की हड्डी को भी मजबूत करता है।