Periods Pain: पीरियड्स यानी मासिक धर्म आमतौर पर 13 साल या अधिक उम्र की लड़कियों में शुरू होते हैं। वैसे तो रेगुलर पीरियड्स इस बात का संकेत होता है कि महिलाएं कई बीमारियों से दूर हैं। लेकिन इस दौरान कई महिलाओं व युवतियों को पीरियड्स क्रैम्प से भी दो-चार होना पड़ता है। ऐसे में माहवारी के दौरान असहनीय दर्द सहना पड़ता है। सिर्फ इतना ही नहीं, इन 5 से 6 दिनों के बीच उन्हें कई असुविधाओं का भी सामना करना पड़ता है, जिससे झुंझलाहट होना लाजिमी है। आज के गूगल असिस्टेंट के जमाने में भी दादी-नानी के देसी नुस्खे बेहद कारगर साबित होते हैं। ऐसे में पीरियड्स के दौरान दवाइयां खाने से बेहतर है कि इन नुस्खों का इस्तेमाल कर समस्याओं का समाधान निकाला जाए।
माहवारी में हो रही है देरी तो खाएं पपीता: अगर आप अनियमित माहवारी से परेशान हैं तो पपीता खाना आपके लिए लाभप्रद साबित होगा। इसमें ऐसे तत्व पाए जाते हैं जो समय पर पीरियड्स लाने के लिए जिम्मेदार होते हैं। ऐसे में सीमित मात्रा में पपीता का सेवन करने से लेट पीरियड्स की समस्या से निजात मिलेगी।
पेनकिलर्स को कहें न: पीरियड्स क्रैम्प ने अगर नाक में दम कर दिया है तो भी घरेलू उपायों का इस्तेमाल करें। पेनकिलर्स खाने से कुछ समय के लिए दर्द तो कम होगा लेकिन इससे हार्मोनल चेंजेज आ सकते हैं। ये बदलाव शरीर के लिए नुकसानदायक हैं।
चक्कर आने पर नमक-चीनी का घोल: इस दौरान अक्सर लड़कियों को कमजोरी हो सकती है, जिससे चक्कर आने जैसी समस्या उत्पन्न होती है। ऐसे में नमक, चीनी और पानी का घोल शरीर में एलेक्ट्रोलाइट का संतुलन बनाए रखता है।
अजवाइन पानी से दूर होंगे क्रैम्प्स: पीरियड्स क्रैम्प्स एक ऐसी स्थिति है जिससे सामान्य तौर पर हर महिला कभी न कभी गुजर चुकी हैं। अजवाइन पानी पीने से पेट के मसल्स को आराम मिलता है, जिससे दर्द कम हो जाता है।
खट्टी चीजों से करें परहेज: आपने अक्सर दादी-नानी को कहते सुना होगा कि मासिक धर्म के दौरान खट्टी चीजों को खाने से पाबंदी होती है। ये केवल एक धारणा ही नहीं बल्कि इन्हें खाने से मेन्स्ट्रुअल फ्लो बिगड़ जाता है। ऐसे में पीरियड्स के दौरान कोशिश करें कि इमली या अचार जैसे खट्टी चीजों को खाने से परहेज करें।

