दिल हमारी बॉडी का अहम हिस्सा है। दिल का धड़कना इस बात का सबूत हैं कि हम जिंदा है। खराब खान-पान और बिगड़ते लाइफस्टाइल ने दिल की सेहत को बिगाड़ दिया है। दुनिया में एक तिहाई लोगों की मौत दिल की बीमारियों के कारण होती है। दिल की सेहत दुरुस्त रखने के लिए हेल्थ के प्रति सचेत रहना जरूरी है। आप जानते हैं कि आपकी बॉडी में होने वाले बदलाव भविष्य में होने वाली बीमारी का संकेत देते हैं। दिल के रोगों से बचना चाहते हैं तो इस बीमारी के लक्षणों को जरूर समझें।
दिल के रोगियों को पसीना ज्यादा आता है। वैसे तो गर्मी में पसीना आना आम बात है। बॉडी से पसीना निकलना सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। गर्मी में हम काज करते हैं, चलते-फिरते हैं तो पसीना ज्यादा आता है। बिना काम-काज के जरूरत से ज्यादा पसीना आना दिल की सेहत खराब होने के संकेत हैं।
कई रिसर्च में ये बात सामने आई है कि ज्यादा पसीना आना हार्ट अटैक के संकेत हो सकते हैं। जिन लोगों को ज्यादा पसीना आता है वो छाती या बाहों में दर्द या दबाव महसूस करते हैं। ये दर्द गर्दन, जबड़े या पीठ तक फैल सकता है। इन मरीजों को सांस लेने में कठिनाई होती है, चक्कर, थकान और मतली की परेशानी भी होती है।
पसीना कैसे दिल के रोगों से जुड़ा है: पसीना एथेरोस्क्लेरोसिस (atherosclerosis)से भी जुड़ा हो सकता है। ये एक ऐसी स्थिति है जहां प्लाक नामक फैट जमा होने के कारण धमनियां संकुचित हो जाती हैं। एथेरोस्क्लेरोसिस हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। जैसे-जैसे स्थिति बढ़ती है धमनियां और ज्यादा संकरी हो जाती हैं। ऐसी स्थिति में शरीर को हृदय तक रक्त पहुंचाने के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ती है। एनजाइना या सीने में दर्द तब हो सकता है जब पर्याप्त ऑक्सीजन युक्त ब्लड दिल तक नहीं पहुंचता है। एनजाइना वाले रोगियों को अक्सर कोल्ड स्वैट आता है।
दिल के मरीजों को कब आता है ज्यादा पसीना: जिन लोगों को दिल के रोगों का खतरा होता है उन्हें रात में पसीना ज्यादा आता है। रात में पसीना आना दिल से संबंधित एक ऐसी स्थिति है जिसे सबस्यूट एंडोकार्टिटिस (Subacute endocarditis) कहा जाता है। Subacute endocarditis एक संक्रमण है जो आपके हार्ट चेंबर्स और हार्ट वाल्वों को रेखाबद्ध करता है। सबस्यूट एंडोकार्टिटिस बीमारी धीरे-धीरे विकसित होती है।
कब ज्यादा पसीना आना नॉर्मल है: पसीना आना एक मेडिकल कंडीशन का संकेत हो सकता है। पसीना बॉडी को ठंडा करता है। एक्सरसाइज के दौरान या गर्म मौसम में अधिक पसीना आना सामान्य बात है। जब आप तनाव में होते हैं तो आपके हाथों की हथेलियों पर अधिक पसीना आना भी सामान्य है बात है।