Diet for Strong Liver: खराब खान-पान और लाइफस्टाइल की वजह से लिवर डैमेज आज के समय में अधिक देखने को मिलता है। लिवर ह्यूमन बॉडी का दूसरा सबसे बड़ा अंग है। शारीरिक प्रणाली सुचारू ढंग से काम कर सके, इसमें लिवर महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। मेटाबॉलिज्म, ऊर्जा संचय और शरीर से अपशिष्ट विषैले पदार्थों को निकालने का कार्य लिवर का ही होता है। मगर वर्तमान समय में मोटापा या शराब के अधिक सेवन और अस्वस्थ डाइट से लिवर कमजोर हो जाती है। इस कारण फैटी लिवर, लिवर सिरोसिस, हेपेटाइटिस व लिवर का कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा है। इन परेशानियों से बचने के लिए लोगों को अपनी डाइट में कुछ जरूरी फूड्स शामिल करना चाहिए।

हल्दी: हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार लिवर के लिए हल्दी को बहुत कारगर माना गया है। इसमें मौजूद एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-ऑक्सीडेंट गुण लिवर को संक्रमण मुक्त बनाते हैं। जिन लोगों को लिवर की समस्या होने की संभावनाएं लगती हैं उन्हें हल्दी का सेवन करना चाहिए।

दलिया: कमजोर लिवर के लोगों को दलिया खाने की भी सलाह दी जाती है। दलिया में  प्रचुर मात्रा में फाइबर मौजूद होता है। ये डाइजेस्टिव सिस्टम को मजबूत बनाने का काम करता है, साथ ही सॉल्यूबल फाइबर को पचाना आसान हो जाता है। इससे लिवर पर कम दबाव पड़ता है।

कॉफी: लिवर से जुड़ी बीमारियों का खतरा कम करने में कॉफी भी मददगार है। कैफीन युक्त इस पेय पदार्थ को सीमित मात्रा में पीने से लिवर एंजाइम की मात्रा को कंट्रोल करना आसान हो जाता है। साथ ही, लिवर को संक्रमण से बचाने में भी कॉफी फायदेमंद है।

ग्रीन टी: ग्रीन टी में मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट्स लिवर को हेल्दी रखने में मददगार हैं। लिवर की कार्य प्रणाली को बेहतर बनाने में ये ड्रिंक कारगर साबित होती है। ग्रीन टी का सेवन ये सुनिश्चित करता है कि लिवर के इर्द-गिर्द जमा फैट और इंफ्लेमेशन दूर हो सके।

फैटी फिश: फैटी फिश में ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। साथ ही, इसमें एंटी-कार्सिनोजेनिक, एंटी-ऑक्सीडेटिव और एंटी-इंफ्लेमेट्री गुण पाए जाते हैं जो लिवर को मजबूती प्रदान करते हैं।

दालचीनी: लिवर से जुड़े विकारों को दूर करने में दालचीनी को असरदार माना जाता है। कहते हैं कि रोजाना खाली पेट एक चम्मच दालचीनी का सेवन करने से लिवर मजबूत हो सकता है।