पीरियड महिलाओं में होने वाला एक नेचुरल साइकिल है जो 12 से 14 साल की उम्र में शुरू होता है और 45 से 55 साल की उम्र तक बंद हो जाता है। पीरियड के बंद होने को मेनोपॉज कहा जाता है। मेनोपॉज होने पर एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन हार्मोन की मात्रा बहुत कम हो जाती है जिसकी वजह से बॉडी में कई तरह के बदलाव आते हैं। मेनोपॉज की स्थिति में पीरियड बंद हो जाते हैं क्योंकि बॉडी में एस्ट्रोजन हॉर्मोन का बनना बंद या कम हो जाता है। लगातार पूरे साल तक पीरियड का नहीं होना मेनोपॉज की स्थिति कहलाता है। जिस तरह पीरियड का शुरू होना नेचुरल प्रोसेस है इसी तरह इसका बंद होना भी नेचुरल प्रोसेस है जिसमें ओवरी प्रजनन हार्मोन का उत्पादन बंद कर देती हैं।
हेल्थलाइन के मुताबिक 45 से 55 साल के बीच मेनोपॉज होना नॉर्मल माना जाता है लेकिन कुछ महिलाओं में जल्दी ही मेनोपॉज हो जाता है जिसके लिए खराब डाइट,बिगड़ता लाइफस्टाइल और तनाव जिम्मेदार है। मेनोपॉज होने पर बॉडी में कुछ लक्षण दिखते हैं।
अगर समय पर इन लक्षणों को समझ लिया जाए तो इस दौरान बॉडी में होने वाली दिक्कतों से आसानी से निपटा जा सकता है। मेनोपॉज से घबराएं नहीं बल्कि हिम्मत से काम लें। आइए जानते हैं कि मेनोपॉज के लक्षण कौन-कौन से हैं और उस स्थिति को कैसे कंट्रोल करें।
अनियमित पीरियड होना
मेनोपॉज जिसे रजोनिवृत्ति भी कहा जाता है इसका पहला संकेत है अनियमित पीरियड होना। मासिक धर्म के सामान्य पैटर्न में बदलाव से मतलब है कि कभी ब्लीडिंग ज्यादा रहती है और कभी कम रहती है। असामान्य रूप से हल्की या तेज ब्लीडिंग होना मेनोपॉज के लक्षण हो सकते हैं। सभी महिलाओं में मेनोपॉज के लक्षण अलग-अलग होते हैं जैसे
- चिंता होना, तनाव का बढ़ना, मूड में बदलाव जैसे मूड ख़राब होना या चिड़चिड़ापन होना
- स्किन की स्थिति में बदलाव होना जैसे स्किन का ड्राई होना या स्किन का ऑयली होना, स्किन पर मुहांसे होना शामिल है।
- रात में नींद नहीं आना जिसकी वजह से थकान और चिड़चिड़ापन महसूस हो सकता है
- सेक्स के दौरान असुविधा
- निगेटिव भावना पैदा होना
- बालों का झड़ना या पतला होना
- सिरदर्द या माइग्रेन की शिकायत होना
- चेहरे के बालों का बढ़ना
- जोड़ों में अकड़न और दर्द
- कॉन्फिडेंस में कमी होना
- रात को पसीना ज्यादा आना
- दिल की धड़कन का तेज होना
- याददाश्त, एकाग्रता और ‘ब्रेन फॉग’ से जुड़ी समस्याएं होना
- यूटीआई की परेशानी होना
- सेक्स की इच्छा में कमी होना
- वजाइना का ड्रेन होना शामिल है।
मेनोपॉज होने पर तुरंत करें ये काम
- अगर आप अपनी बॉडी में इस तरह के लक्षण देख रहे है तो तुरंत स्त्री रोग विशेषज्ञ को दिखाएं।
- अपनी डाइट का ध्यान रखें। डाइट में हेल्दी फूड्स का सेवन करें।
- योग और एक्सरसाइज करें ताकि तनाव कंट्रोल रहे। खुश रहने के लिए दोस्तों और बच्चों के साथ वक्त गुजारें।
- बॉडी में दिखने वाले लक्षणों को पहचाने और उसको दूर करने के लिए कुछ देसी उपचार भी अपनाएं।