Fatty Liver: शरीर को स्वस्थ रखने में लिवर की भूमिका अहम होती है। बॉडी का ये महत्वपूर्ण हिस्सा सिर्फ खाना पचाने में ही नहीं बल्कि शरीर से कई टॉक्सिक पदार्थों को बाहर निकालने में भी मदद करता है। शरीर का सबसे बड़ा अंग लिवर एनर्जी स्टोर करने में भी मदद करता है।
लेकिन कुछ बातों का ध्यान नहीं रखने से लिवर पर गलत प्रभाव पड़ सकता है। आमतौर पर लोगों को लगता है कि लिवर संबंधित बीमारियां केवल उन्हें ही हो सकती है जो शराब का अत्यधिक सेवन करते हैं। हालांकि, नॉन-एल्कोहोलिक फैटी लिवर डिजीज से कोई भी व्यक्ति ग्रस्त हो सकता है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि ये एक ऐसी बीमारी है जिसमें लिवर की सेल्स में बेहद अधिक मात्रा में फैट जमा हो जाता है। इस वजह से लिवर में सूजन आ जाती है और ये इंफ्लैमेट्री एक्शन लिवर की टिश्यूज को कठोर बना देते हैं। एक्सपर्ट्स का मानना है कि खानपान इस बीमारी को काफी अधिक मात्रा में प्रभावित करता है।
सॉफ्ट ड्रिंक और फैटी लिवर: अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन की एक रिपोर्ट के अनुसार ज्यादा कोल्ड ड्रिंक खासकर जिसमें मिठास अधिक हो, वो फैटी लिवर का खतरा बढ़ाते हैं। एक अध्ययन के अनुसार केवल 350 मिलीलीटर कोल्ड ड्रिंक पीने से ही लगभग शरीर में 10 चम्मच चीनी के समान शुगर पहुंच जाता है। बता दें कि सॉफ्ट ड्रिंक के दो कैन में करीब 80 ग्राम शुगर होता है।
कितना शुगर है खतरनाक: हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि चार से छह साल के बच्चों को रोजाना अधिकतम 19 ग्राम और सात से दस साल के बच्चों को 24 ग्राम से ज्यादा चीनी नहीं लेना चाहिए। वहीं, 30 साल की उम्र तक लोगों को तीस ग्राम से ज्यादा शुगर का उपयोग नहीं करना चाहिए।
कौन से ड्रिंक्स होंगे लिवर के लिए हेल्दी: हेपेटिक स्टीएटोसिस जिसे आम भाषा में फैटी लिवर कहते हैं, हेल्दी ड्रिंक्स के सेवन से ठीक हो सकती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार तरल पदार्थ के सेवन से फैटी लिवर की परेशानी को कम करना आसान होता है। ऐसे में जानिये कौन से ड्रिंक्स लिवर के लिए हेल्दी हैं –
छाछ
ग्रीन टी
कॉफी
वेजिटेबल सूप
गिलोय काढ़ा
नारियल पानी
आंवला का जूस
करी पत्ता का रस
सौंफ की चाय
पत्तागोभी का जूस
गन्ने का रस