केला जब बहुत ज्यादा पक जाता है तब उसके छिलके काले या फिर भूरे हो जाते हैं। उसका गूदा भी लिजलिजा हो जाता है। ऐसे में बहुत से लोग केले को खराब मानकर फेंक देते हैं। लेकिन ज्यादा पक चुका यह केला हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होता है। इसके फायदे के बारे में अगर आप जान लें तो इसे कभी न फेकें। आइए, आज हम आपको बताते हैं कि ज्यादा पके केले के क्या-क्या फायदे होते हैं।

सेल डैमेज रोकता है – बहुत ज्यादा पके केले में भरपूर मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है। यह कोशिकाओं को क्षतिग्रस्त होने से बचाता है। इसके अलावा भी यह कई तरह की बीमारियों के खतरे को टालने का काम करता है।

पाचन में आसान – जब केला ज्यादा पक जाता है तो इसमें मौजूद स्टार्ची कार्बोहाइड्रेट फ्री शुगर में बदल जाता है। इससे उसका पाचन बेहद आसान हो जाता है। वहीं हरा केले में जो स्टार्च पाया जाता है उसे पचाने में काफी समय लगता है।

कैंसर से लड़ता है – खूब पके हुए केले के छिलके पर काले चकत्ते बन जाते है। छिलकों के ये काले भाग एक तरह के पदार्थ का निर्माण करते हैं जो कैंसर फैलाने वाले तथा अन्य असामान्य कोशिकाओं को बढ़ने से रोकने का काम करता है। इस पदार्थ को ट्यूमर नेक्रोसिस फैक्टर कहते हैं।

सीने में जलन से राहत दिलाता है – ज्यादा पका हुआ केला पेट की आंतरिक परतों पर एक ऐसा सुरक्षाकवच तैयार करता है जिससे उस पर हानिकारक एसिड्स और इर्रिटेशन का प्रभाव नहीं पड़ने देता। इससे सी में जलन जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।

दिल की सेहत के लिए सही – केले में पौटैशियम बेहतरीन पके हुए रूप में होता है। ऐसे में खूब पका हुआ केला खाने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर शरीर में बेहतर बना रहता है। केले में फाइबर होता है। इस वजह से यह दिल की बीमारियों को दूर रखता है। केले में पाया जाने वाला कॉपर और आयरन रक्त में हिमोग्लोबिन की मात्रा दुरुस्त रखने में मददगार होता है।