चलने-फिरने और दौड़ने से सांस का फूलना नैचुरल है, लेकिन बिन बॉडी की ज्यादा एक्टिव किए हल्के से चलने से भी सांस फूलता है तो ये सामान्य स्थिति नहीं है। बिना पसीना बहाए सांस का फूलना बॉडी के अंदर पनप रही बीमारी के संकेत हैं। सांस फूलने की बीमारी कई कारणों से हो सकती है जिसमें एनीमिया,अस्थमा या क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज जैसी स्थितियां हो सकती हैं। सांस फूलने की बीमारी संक्रमण,सूजन,एलर्जी,डायबिटीज, दमा की बीमारी,सिगरे और प्रदूषण जैसे कई कारणों की वजह से भी हो सकती है।
सांस फूलने की ये परेशानी कई बार दिल के रोगों की वजह से भी होती है। अब ये समझना जरूरी है कि सांस फूलने की ये बीमारी सांस की बीमारी है या फिर दिल से जुड़ा कोई रोग है।
एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर और लाइफस्टाइल एक्सपर्ट डॉ बिमल झांजेर के मुताबिक अगर आप भी हर वक्त सांस फूलने की बीमारी से परेशान रहते हैं तो कुछ टेस्ट आप घर में ही करके ये पता लगा सकते हैं कि ये दिल की बीमारी है या लंग्स से जुड़ा रोग है। हालांकि हार्ट के रोग में सभी का सांस नहीं फूलता,लेकिन 20 से 30 फीसदी लोगों में देखा गया है कि हार्ट की बीमारी में मरीज को बेचैनी और सांस फूलती है।
अगर आप घऱ में ही इस टेस्ट को कर लेंगे तो रोग का पता चलने पर उसका इलाज करना असान होगा और आप को सांस फूलने की इस बीमारी से भी मुक्ति मिलेगी। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि कैसे पता लगाएं कि सांस का फूलना दिल से जुड़ा है या लंग्स से जुड़ा है।
हार्ट की बीमारी के लिए करें SORBITRATE TEST कीजिए
अगर आपकी सांस ज्यादा फूलती है और दिल का रोग होने की आशंका लग रही है तो आप SORBITRATE नाम की एक 5 मिलीग्राम की गोली से अपना टेस्ट कर सकते हैं। इस गोली को जुबान के नीचे रखा जाता है तो ये दो मिनट में असर करने लगती है। ये गोली 2 मिनट बाद हार्ट की ट्यूब को चौड़ा कर देती है जिससे तुरंत सांस फूलने की समस्या दूर हो जाती है।
अगर आपको हार्ट की वजह से सांस फूलता है तो इस गोली को खाने के कुछ देर बाद आप चलते हैं तो सांस फूलना बंद हो जाता है। इसका मतलब ये हैं कि आपको सांस फूलने की बीमारी हार्ट की वजह से होती है। अगर आपको इस गोली को खाने के बाद चलने पर भी सांस फूल रहा तो इसका साफ मतलब है कि आप को हार्ट की बीमारी नहीं किसी दूसरी परेशानी की वजह से सांस फूल रहा है।
सांस की बीमारी की वजह से फूल रहा है सांस तो ये टेस्ट करें
आप कुछ देर चलें और चलने पर आपका सांस फूल रहा है तो आप अस्थमा इनहेलर का इस्तेमाल करें। अगर अस्थमा इनहेलर का इस्तेमाल करने के बाद आपको सांस फूलना बंद हो गया और चेस्ट में थोड़ी राहत मिली तो समझ जाएं कि सांस फूलने की ये बीमारी लंग्स से जुड़ी बीमारी है। अस्थमा या ब्रोंकाइटिस की वजह से सांस फूलने पर ये अस्थमा इनहेलर बेहद असरदार साबित होगा।
इन बीमारियों में ये दोनों टेस्ट काम नहीं आएंगे
अगर आप एनिमिया के शिकार है,मोटापा है और फिटनेस ठीक नहीं है तो आपका सांस फूलना लाज़मी है। मोटापा को कम करने के लिए आप डाइट पर कंट्रोल करें और बॉडी को एक्टिव रखें। अगर एनिमिया के शिकार हैं तो बॉडी में खून की कमी को पूरा करने के लिए हेल्दी डाइट लें।