New Medical Research, Dementia, Dementia Causes, Dementia Symptoms, Dementia Cure and Precautions: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार दुनिया भर में 50 मिलियन लोग डिमेंशिया बीमारी से पीड़ित हैं। ज्यादातर लोग डिमेंशिया को भूलने की बीमारी के नाम से जानते हैं। हालांकि, डिमेंशिया केवल बीमारी नहीं बल्कि कई लक्षणों का समूह है जिसमें याददाश्त की समस्या भी शामिल है। डिमेंशिया को लोग अल्जाइमर का शुरुआती पड़ाव भी मानते हैं। ‘मेडिकल न्यूज टुडे’ में छपी एक खबर के अनुसार, अब तक डिमेंशिया का कोई इलाज सामने नहीं आया है। कई शोधकर्ता डिमेंशिया होने के पीछे के कारणों का पता लगाने में जुटे हुए हैं ताकि जल्दी ही इसकी पहचान कर इसका निदान किया जा सके।
लंबी हाईट के लोगों में कम होता है डिमेंशिया का खतरा: डेनमार्क के कोपनहेगन यूनिवर्सिटी में हाल में हुए एक शोध से पता चलता है कि लोगों की हाईट का संबंध डिमेंशिया से है। शोधकर्ताओं ने 1939 से 1959 में जन्में लोगों के डाटा को स्टडी किया और निष्कर्ष दिया कि औसतन लंबाई से ज्यादा लंबे लोगों में डिमेंशिया का खतरा कम होता है। वहीं, कम लंबे लोगों में इस बीमारी के होने का खतरा लंबे लोगों की तुलना में 10 प्रतिशत अधिक होता है। हालांकि, शोधकर्ताओं ने ये निष्कर्ष सिर्फ पुरुषों को ध्यान में रखकर बताया है। उनके अनुसार, आगे की स्टडी में वो पता लगाने की कोशिश करेंगे कि हाईट और डिमेंशिया के खतरे का संबंध जेंडर से है या नहीं।
क्या हैं डिमेंशिया बीमारी के लक्षण: उम्रदराज लोगों में आमतौर पर डिमेंशिया की परेशानी देखने को मिलती है। ब्रेन सेल्स के डैमेज होने के अलावा सिर में चोट लगने या स्ट्रोक के मरीजों को डिमेंशिया की समस्या हो सकती है। ऐसे में जरूरी है कि इसके लक्षणों को समय रहते पहचाना जाए। बार-बार बातें भूलने पर लोगों को सतर्क हो जाना चाहिए। इसके अलावा, व्यवहार में बदलाव देखने पर भी डॉक्टर की सलाह ली जा सकती है। जोड़-घटाव में परेशानी अथवा सेल्फ मैनेजमेंट नहीं कर पाना भी डिमेंशिया की ओर संकेत करता है। रास्ता नहीं याद रख पाना या भटक जाना भी डिमेंशिया का लक्षण हो सकता है।
खाने में करें इन चीजों को शामिल: डिमेंशिया इंसान के मानसिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित करती है। इसलिए जरूरी है कि इससे बचाव के लिए हम अपने डाइट में कुछ खास खाद्य पदार्थों को शामिल करें। ‘नवभारत टाइम्स’ में छपी खबर के अनुसार इनमें सबसे प्रमुख है करी पत्ता का सेवन, इसे खाने से दिमाग में प्लाक का सर्कुलेशन रुकता है, जो इस बीमारी की मुख्य वजह है। इसके अलावा करी पत्ता खाने से दिमाग की कार्य क्षमता भी बढ़ती है। वहीं, बेरी में मौजूद एंथोसायनिन डिमेंशिया और अल्जाइमर को रोकने में कारगर है। ब्रोकली में पाया जाने वाला कोलीन दिमाग को ताकत देता है, साथ ही मछली के सेवन से भी मस्तिष्क ताकतवर होता है। इसके अलावा, बीन्स खाने से भी डिमेंशिया होने का खतरा कम होता है।