Uric Acid Home Remedies: आज की व्यस्त दिनचर्या में जोड़ों में दर्द की परेशानी बेहद आम है जो कई बार गंभीर रूप ले सकती है। गंभीर मामलों में लोगों को उठने-बैठने और चलने-फिरने में भी मुश्किल हो जाती है। ऐसे में इसके कारणों को जानना बेहद जरूरी है। कभी गलत पोश्चर में बैठने तो कई बार ज्यादा वर्क आउट करने से भी परेशानी हो जाती है। वहीं, शरीर में यूरिक एसिड का स्तर बढ़ने से भी लोगों को ये परेशानी हो सकती है।
बता दें कि जब लोग प्यूरीन युक्त फूड का अधिक सेवन करने लगते हैं तो इससे बॉडी में यूरिक एसिड भी ज्यादा बनने लगता है जो शरीर से निकल नहीं पाता और ब्लड में जमा होने लगता है। तब यूरिक एसिड में मौजूद यूरेट क्रिस्टल आपके जोड़ों के आसपास जमा हो जाते हैं जिससे गठिया की बीमारी हो जाती है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन में छपी रिसर्च के अनुसार डार्क चॉकलेट यूरेट क्रिस्टल को कम करने में असरदायी साबित हो सकते हैं। आइए जानते हैं –
जोड़ों में दर्द और सूजन को कम करता है: डार्क चॉकलेट का सेवन गठिया के दर्द से राहत दिलाने में भी मददगार है। इसमें फ्लेवनॉइड्स नामक बेहद शक्तिशाली एंटी-ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो दर्द और सूजन दोनों को कम करने में असरदार होते हैं। बता दें कि चॉकलेट में मौजूद ल्यूकोटिएन गठिया की सूजन को कम करने में मदद करते हैं।
बेहतर होती है किडनी की कार्य क्षमता: यूरिक एसिड के मरीजों की किडनी प्रभावित होती है जिससे इनके डैमेज होने का खतरा बना रहता है। साथ ही, इससे किडनी फंक्शन पर भी बुरा असर पड़ता है। लेकिन कोको में पाए जाने वाले एंटी-ऑक्सीडेंट्स किडनी के कामकाज और स्वास्थ्य दोनों को बेहतर करने में सहायक होते हैं।
कम मात्रा में फॉर्म होते हैं यूरेट क्रिस्टल्स: जोड़ों में जब यूरेट क्रिस्टल्स जमा होने लगते हैं तो मरीजों की दिक्कतें भी बढ़ने लगती हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विशेषज्ञ मरीजों को चॉकलेट खाने की सलाह देते हैं। डार्क चॉकलेट में थियोब्रोमाइन तत्व मौजूद होते हैं जो शरीर में इन क्रिस्टल्स को जमा नहीं होने देते हैं। इसे खाने से बॉडी में थियोब्रोमाइन की कॉन्सनट्रेशन बढ़ती है जो यूरेट क्रिस्टल फॉर्म होने से रोकने मदद करता है।
ये हैं डार्क चॉकलेट के दूसरे फायदे: डार्क चॉकलेट खाने से शरीर में खून का संचार बेहतर तरीके से होता है। ऐसे में लोगों को ब्लड क्लॉट का खतरा कम रहता है। साथ ही, इसमें पाया जाने वाला एंटी-ऑक्सीडेंट दिमाग को सक्रिय रखने में भी मददगार है। इसे खाने से स्ट्रेस और मूड स्विंग्स भी कंट्रोल होते हैं। ये बीपी लेवल, वजन और कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण करने में भी कारगर है।