Fatty Liver Diet Plan: लिवर सेल्स में फैट की मात्रा ज्यादा हो जाने पर फैटी लिवर की समस्या हो जाती है। लिवर शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग है। खाना पचाने के साथ ही खून से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में लिवर सक्रिय भूमिका निभाता है। लेकिन फैट की मात्रा बढ़ने से लिवर की कार्यक्षमता बिगड़ जाती है जो सेहत पर भी बुरा असर डालती है। फैटी लिवर के लक्षण जल्दी सामने नहीं आते हैं, लेकिन गंभीर स्थिति में ये बीमारी कई दूसरे रोगों का खतरा बढ़ाती है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि फैटी लिवर के मरीजों में हार्ट डिजीज, दिल का दौरा और स्ट्रोक का जोखिम दोगुना बढ़ जाता है।
थकान, भूख न लगना, कमजोरी, लिवर का आकार बढ़ना, ध्यान केंद्रित करने में परेशानी होना और पेट दर्द फैटी लिवर के सामान्य लक्षण हैं। इससे बचाव हेतु हेल्दी डाइट का चुनाव करना जरूरी है। स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि डाइट में करी पत्ता को शामिल करने से फैटी लिवर के मरीजों को आराम मिलता है। आइए जानते हैं विस्तार से –
करी पत्ता में विटामिन-ए और सी होता है जो लिवर से जुड़ी बीमारियों के खतरे को कम करता है। साथ ही, फैटी लिवर में भी करी पत्ता फायदेमंद होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं जो फैटी लिवर की समस्या से छुटकारा दिलाने में मदद करते हैं। साथ ही, इसमें मौजूद अन्य पोषक तत्व इस बीमारी से जुड़ी अन्य समस्याओं से निजात दिलाने में कारगर है।
इसके सेवन से लिवर के इर्द-गिर्द जमा होने वाले फैट को भी कम किया जा सकता है। साथ ही, करी पत्ता को आयरन और फॉलिक एसिड का बेहतरीन स्रोत माना जाता है जो कमजोर लिवर को मजबूत करने में सहायक सिद्ध होता है।
कैसे करें सेवन: करी पत्ता की 10 से 12 पत्तियां लेकर इन्हें साफ पानी से धोएं। इसके बाद एक कप पानी और करी पत्तों को मिक्सी में डालकर बिल्कुल महीन पीस लें। इसके बाद इस मिश्रण को छलनी की मदद से अच्छी तरह छानकर एक गिलास में डालें। हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि करी पत्ता ड्रिंक का सेवन करने से लिवर की कार्य क्षमता बेहतर होती है। इसके अलावा, दाल व सब्जियों में इन पत्तों का इस्तेमाल करें।
