फंगल इन्फेक्शन का होना एक सामान्य बात है। लेकिन कभी-कभी शरीर में इंफेक्शन बढ़ने से अन्य त्वचा संबंधी बीमारियों के होना का खतरा भी बढ़ जाता है। बता दें कि फंगल इन्फेक्शन का खतरा उस समय ज्यादा बढ़ जाता है जब हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है। इसके अलावा उन लोगों में भी फंगल इंफेक्शन का खतरा अधिक होता है जो पहले से ही त्वचा संबंधी रोगों से पीड़ित होते हैं। इसके अलावा फंगल इंफेक्शन में रोगी को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखना होता है।
क्योंकि खानपान में जरा सी लापरवाही के कारण फंगल इंफेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है और जिसे ठीक होने में भी काफी समय लग सकता है। आज हम आपको ऐसे ही कुछ खाद्य पदार्थ के बारे में बताएंगे जिनका सेवन करने से फंगल इंफेक्शन की समस्या और अधिक बढ़ सकती है। आइए जानते हैं फंगल इंफेक्शन के दौरान रोगी को किन चीजों के सेवन से परहेज करना चाहिए।
चाय कॉफी का सेवन कम करें:
फंगल इंफेक्शन की चपेट में आए रोगियों को चाय व कॉफी का सेवन कम करना चाहिए क्योंकि चाय व कॉफी में निकोटिन और ग्लूकोज दोनों की ही मात्रा पायी जाती है। जिससे इंफेक्शन बढ़ने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
डेयरी प्रोडक्ट्स से करें परहेज:
बता दें कि कुछ डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करने से फंगल इंफेक्शन की समस्या बढ़ जाती है। जिसमें दूध, पनीर, दही आदि शामिल हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन सभी चीजों में वसा की मात्रा ज्यादा पायी जाती है। इसलिए इन चीजों का सेवन करने से इंफेक्शन बढ़ने और फैलने का खतरा कई गुना बढ़ जाता है।
चीनी के सेवन से बचें:
त्वचा रोग विशेषज्ञों के अनुसार जब किसी व्यक्ति को फंगल इंफेक्शन की समस्या होती है तो उन्हें चीनी के सेवन से बचना चाहिए। बता दें कि इसमें सफेद चीनी , ब्राउन चीनी, गुड़ व कच्ची चीनी भी शामिल हैं। इसलिए फंगल इंफेक्शन को कम करने के लिए रोगियों को चीनी का सेवन न करने की सलाह दी जाती है।
इन सबके अलावा फंगल इंफेक्शन में रोगियों को साफ सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए। क्योंकि गंदगी से संक्रमण का खतरा अधिक बढ़ जाता है और जिस कारण अन्य त्वचा संबंधी परेशानियां भी हो सकती हैं। इसके अलावा रोगी को रोजाना नहाना चाहिए जिसके लिए रोगी पानी में नीम की पत्तियों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। क्योंकि नीम की पत्तियों में एंटी फंगल गुण पाए जाते हैं जिससे इंफेक्शन ठीक करने में भी मदद मिलती है।