पिछले दो सालों में दिल के मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है। कम उम्र में ही लोग दिल के रोगों का शिकार हो रहे हैं। कोविड-19 संक्रमण के बाद दिल के रोगों की बीमारी दुनिया में नंबर एक पर है। दिल के रोगों की बीमारी तब होती है जब दिल को ब्लड सप्लाई करने वाली धमनियों में प्लाक भर जाता है। इन आर्टिरीज में प्लाक भरने से वो सख्त और संकरी हो जाती है। प्लॉक में कोलेस्ट्रॉल नाम का चिपचिपा पदार्थ होता है जिसकी वजह से हृदय को पर्याप्त ब्लड सप्लाई नहीं हो पाती है। ऐसे में दिल को अपर्याप्त ऑक्सीजन और कम पोषण मिलता है। धमनी की दीवारों में और उसके ऊपर वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थों का जमाव आमतौर पर कोरोनरी धमनी रोग का कारण बनता है।

अगर समय के साथ धमनियों में ब्लॉकेज बढ़ती जाए तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने लगता है। मायो क्लीनिक की खबर के मुताबिक दिल में कुछ भी परेशानी होने पर बॉडी में उसके लक्षण दिखने लगते हैं। सांस लेने में कठिनाई होना, चक्कर आना,बिना किसी कारण से अलर्ट्नेस कम होना,छाती या शरीर के ऊपरी हिस्से में दर्द, दबाव होना। गर्दन में दर्द होना, भारीपन या बेचैनी महसूस होना हार्ट से जुड़ी बीमारियों के लक्षण हैं।  

एम्स के पूर्व कंसल्टेंट और साओल हार्ट सेंटर के फाउंडर एंड डायरेक्टर डॉ बिमल झाजर ने बताया अगर दिल के रोगों का खतरा टालना चाहते हैं तो इस बीमारी की रोकथाम पर काम कीजिए। धमनियों के ब्लॉकेज को कंट्रोल करने के लिए आप सबसे पहले अपनी डाइट पर काम कीजिए। डाइट में कुछ चीजों से परहेज करें और कुछ चीजों का सेवन करके आप धमनियों में जमा प्लाक को हटा सकते हैं और हार्ट अटैक के खतरे को टाल सकते हैं। आइए एक्सपर्ट से जानते हैं कि ब्लाकेज का खतरा टालने के लिए कैसी डाइट अपनाएं।

ब्लॉकेज कंट्रोल करने के लिए क्या करें

  • अगर आप धमनियों में ब्लॉकेज को कंट्रोल करना चाहते हैं तो खाने में नॉनवेज का सेवन करना बिल्कुल बंद कर दें।
  • दूध का सेवन बिना मलाई के करें। लौ फैट दूध का सेवन करें।
  • ड्राई फ्रूट्स का सेवन बिल्कुल नहीं करें।
  • कुकिंग ऑयल या दूसरे तेल का सेवन नहीं करें।
  • फ्रूट्स का ज्यादा से ज्यादा सेवन करें।
  • 35 मिनट की वॉक या योग कीजिए ब्लॉकेज को कंट्रोल करने के लिए जरूरी है।
  • तनाव को कंट्रोल करें और दवाई का भी सेवन करें। इन तरीकों को अपनाकर दिल की बीमारियों को कंट्रोल किया जा सकता है।

ब्लॉकेज कंट्रोल करने के लिए अनार खाएं

अनार एक ऐसा फल है जिसमें बहुत सारे फाइटोकेमिकल और एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता हैं जो दिल की बीमारी से बचाव करता है और आर्टिरीज को भी ब्लॉक होने से रोकते हैं। इसका सेवन करने से इंडो थिलियम को स्ट्रेंथ मिलती है और दिल की बीमारी को रिवर्स करने में भी मदद करता है। आप अनार का सेवन उसका जूस बनाकर या सीधा अनार भी खा सकते हैं।

अर्जुन की छाल का करें सेवन

अर्जुन की छाल औषधीय गुणों से भरपूर हर्ब है जिसमें टेनिस और ग्लाइकोडिन मौजूद होता है जो एंटीऑक्सीडेंट का काम करता है। इसका सेवन करने से हार्ट के मसल्स में ब्लड सप्लाई बढ़ती हैं और हार्ट की मसल्स स्ट्रांग बनती हैं। अर्जुन की छाल का सेवन करने के लिए एक गिलास पानी में इस छाल का छोटा सा टुकड़ा भिगो दें और सुबह उस टुकड़े को फेंक दें और पानी का सेवन करें।

दालचीनी के पाउडर का करें सेवन

अगर आप दिल की ब्लॉकेज को कम करना चाहते हैं तो दालचीनी के पाउडर का सेवन करें। फाइबर और कैल्शियम से भरपूर दालचीनी कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करती है। इसका सेवन आप उसकी चाय बनाकर भी कर सकते हैं।

लहसुन का करें सेवन

दिल को तंदुरुस्त रखने में लहसुन का सेवन बेहद असरदार साबित होता है। ये ब्लड वैसल्स को चौड़ा करता है और ब्लड सर्कुलेशन में सुधार करता है और कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करता है। आप लहसुन का सेवन अपनी इच्छा के मुताबिक कर सकते हैं।

हल्दी से करें हार्ट का इलाज

हल्दी में करक्यूमिन होता है जो एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी होता है। अदरक का सेवन करने से आर्टिरीज की ब्लॉकेज कंट्रोल होती हैं और दिल के रोगों से बचाव होता है। हल्दी में कच्ची हल्दी का सेवन करें जो ज्यादा फायदा होगा।