पेट की गैस, एसिडिटी और ब्लोटिंग ऐसी समस्या है जिससे हम सभी अक्सर जूझते हैं। यह परेशानी खराब पाचन का नतीजा हो सकती है। गैस और ब्लोटिंग न सिर्फ आपको असहज महसूस कराती है बल्कि कभी-कभी यह तेज दर्द का कारण भी बन सकती है। गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट बताते हैं कि कब्ज,गैस, एसिडिटी, इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) की परेशानी ज्यादा खाना खाने से या बहुत जल्दी-जल्दी खाने की आदतों की वजह से होती है। आप क्या खाते हैं इसका सीधा असर आपके पाचन पर पड़ता है।
हेल्थ लाइन के मुताबिक पाचन से जुड़ी ये सभी परेशानियां खराब डाइट,अधिक जंक फूड का सेवन करना, पर्याप्त पानी नहीं पीना, खाना समय पर और चबाकर नहीं खाना, सोने का सही समय नहीं होने से होती हैं। भोजन को धीरे-धीरे और अच्छे से चबाकर खाएं। डाइट में फाइबर, हरी सब्ज़ियां, फल और साबुत अनाज शामिल करें। रोज़ाना कम से कम 8–10 गिलास पानी पिएं। नियमित व्यायाम या वॉक करें। नींबू पानी, छाछ, अदरक, पुदीना और सौंफ पाचन को बेहतर बनाते हैं। तनाव कम करने के लिए meditation और पर्याप्त नींद लें। ऐसे कई खाद्य पदार्थ हैं जो ब्लोटिंग कम करने और पेट को फ्लैट बनाने में मदद करते हैं।
आयुर्वेदिक और युनानी दवाओं के एक्सपर्ट डॉक्टर सलीम जैदी ने बताया पाचन की सबसे बड़ी समस्या कब्ज है जिसके कारण बॉडी में दर्द, सिर दर्द, मिजाज में चिढ़चिढ़ापन, बॉडी में कमजोरी, पेट में गैस, ब्लोटिंग,खट्टी डकारें आती है। अगर स्थिति को लम्बे समय तक कंट्रोल नहीं किया जाए तो पाइल्स की बीमारी का खतरा भी बढ़ने लगता है। एक्सपर्ट के मुताबिक कुछ फलों का सेवन करने से कब्ज, पेट फूलने की समस्या, पेट की गैस और एसिडिटी कंट्रोल रहती है। आइए जानते हैं कि कौन-कौन से ऐसे फल हैं जो ब्लोटिंग को कंट्रोल करते हैं और पाचन को दुरुस्त करते हैं।
पपीता खाएं
पपीते में पेपैन (Papain) नामक एंजाइम पाया जाता है, जो आपके पाचन तंत्र में प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है और पाचन को आसान बनाता है। पपीते में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं जो सूजन कम करने में मदद करते हैं। इसमें मौजूद फाइबर कब्ज़ को दूर करता है और ब्लोटिंग की समस्या को रोकने में मदद करता है। गैस्ट्रोएंट्रोलॉजिस्ट बताते हैं कि भोजन के बाद 100 ग्राम ताज़े पपीते के स्लाइस खाने से ब्लोटिंग कम करने में मदद मिलती है और पेट की गैस दूर होती है।
कीवी से करें पाचन का इलाज
कीवी खट्टा-मीठा ऐसा फल है जो बहुत ही शक्तिशाली है। इस फल में ऑक्टेनीडिन (Actinidin) नामक एंज़ाइम पाया जाता है, जो प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है और पाचन को तेज बनाता है। कीवी पोटैशियम और फाइबर का बेहतरीन स्रोत है जो ब्लोटिंग कंट्रोल करता है और पेट की गैस कम करने में सहायक होता है। केले और एवोकाडो जैसे पोटैशियम-युक्त फलों की तरह कीवी भी शरीर में सोडियम के स्तर को कंट्रोल करके पानी जमा होने से रोकती है। कीवी का सेवन करने से ब्लोटिंग कंट्रोल रहती है और पेट की गैस का इलाज होता है। ये फल पाचन को दुरुस्त करने में बेहद उपयोगी है।
अनानास का करें सेवन
अनानास में पोटैशियम और एक पाचन एंज़ाइम ब्रोमेलैन (Bromelain) पाया जाता है, जो प्रोटीन को तोड़ने में मदद करता है और शरीर को संतुलित रखता है। इसका सेवन करने से पाचन तंत्र को आराम देता है। प्रोटीन को जल्दी तोड़ने से कब्ज़ और ब्लोटिंग से राहत मिलती है। भोजन के साथ या बाद में एक गिलास अनानास का जूस या ताज़े अनानास के स्लाइस लेने से गैस कंट्रोल होती है, पेट फूलने की समस्या घटती है।
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