यूरिक एसिड बॉडी में बनने वाले टॉक्सिन है जो गठिया की बीमारी का कारण बनते हैं। अगर ब्लड में इन टॉक्सिन की मात्रा बढ़ने लगती है और किडनी इन्हें फिल्टर करके बॉडी से बाहर नहीं निकाल पाती तो ये टॉक्सिन क्रिस्टल का रूप लेकर जोड़ों में जमा होने लगते हैं और गाउट की बीमारी का कारण बनते हैं। गाउट एक प्रकार का गठिया रोग है जो जोड़ों में दर्द और स्टिफनेस का कारण बनता है। संयुक्त राज्य अमेरिका में लगभग 4 फीसदी लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। गाउट सूजन संबंधी गठिया का सबसे आम प्रकार है। यूरिक एसिड बढ़ने पर ये क्रिस्टल बनाता है और पैर के अंगूठे और जोड़ों में जमा होने लगता है। इन क्रिस्टल की वजह से मरीज का उठना-बैठना तक दूभर होने लगता है।
यूरिक एसिड बढ़ने पर ये हाथ-पैरों के जोड़ों में दर्द करता है और सूजन का कारण बनता है। अगर लम्बे समय तक हाई यूरिक एसिड के स्तर को कंट्रोल नहीं किया जाए तो किडनी की बीमारी का खतरा बढ़ सकता है। यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए डाइट में बदलाव बेहद जरूरी है। डाइट में बदलाव के साथ दवाओं का सेवन करके आप गठिया के दर्द से राहत पा सकते हैं।
मेडिकल साइंस के मुताबिक यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में नींबू का जूस बेहद असरदार साबित होता है। नींबू का जूस सेहत को बेहद फायदा पहुंचाता है। इस जूस का सेवन करके किडनी के रोगों जैसे किडनी स्टोन के खतरे को कम किया जा सकता है। हाल की रिसर्च में ये बात सामने आई है कि खट्टे फलों का जूस गठिया के लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकता है। आइए जानते हैं कि गठिया के दर्द से राहत पाने और यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में नींबू का रस कैसे असरदार है।
नींबू कैसे यूरिक एसिड का उपचार करता है रिसर्च में हुआ खुलासा
2017 के एक अध्ययन में पाया गया कि नींबू का अर्क ब्लड में यूरिक एसिड के स्तर को कम करने में मदद करता है। अध्ययन में पाया गया जिन हाई यूरिक एसिड वाले युवाओं ने 6 सप्ताह तक हर दिन ताजा निंबू के अर्क का सेवन किया उनका यूरिक एसिड का स्तर कंट्रोल था और जोड़ों में दर्द से भी राहत मिली थी। इसी रिसर्च को चूहों पर भी किया गया। हाई यूरिक एसिड वाले चूहों पर नींबू के अर्क का परीक्षण किया गया। जिन चूहों को नींबू का जूस पिलाया गया उनका यूरिक एसिड कम दिखा।
अध्ययनों से यह निष्कर्ष निकला कि दवाओं और डाइट मॉडिफिकेशन के साथ-साथ नींबू का रस गाउट के इलाज में मदद करने के लिए एक उपयोगी उपाय हो सकता है। नींबू का रस हाई यूरिक एसिड स्तर वाले लोगों में गठिया को रोकने में भी मदद कर सकता है।
नींबू का रस यूरिक एसिड कंट्रोल करने में कैसे तरह मदद करता है?
नींबू का रस यूरिक एसिड के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकता है क्योंकि यह शरीर को अधिक क्षारीय (alkaline) बनाने में मदद करता है। इसका मतलब यह है कि यह ब्लड और अन्य तरल पदार्थों के pH स्तर को थोड़ा बढ़ा देता है। नींबू का रस यूरीन को अधिक क्षारीय भी बनाता है।
2015 के एक अध्ययन के अनुसार नींबू का रस पीने से आपके शरीर में अधिक कैल्शियम कार्बोनेट रिलीज होता है। कैल्शियम खनिज यूरिक एसिड से बंध जाता है और इसे पानी और अन्य यौगिकों में तोड़ देता है। यह ब्लड को कम एसिडिक बनाता है और शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है।