कोविड-19 संक्रमण के बाद से लोगों में दिल के रोगों का खतरा बढ़ गया है। कम उम्र के लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसी दिल की बीमारी का शिकार हो रहे हैं और अपनी जान को गंवा रहे हैं। दिल से जुड़ी बीमारियों का सबसे बड़ा कारण तनाव, खराब डाइट और बिगड़ता लाइफस्टाइल है। तनाव जिंदगी को निगल रहा है। खराब डाइट आपको जीते जी मार रही है। खराब लाइफस्टाइल आपको बीमार बना रहा है। तनाव, डाइट और खराब लाइफस्टाइल का कॉम्बो जिस परेशानी को जन्म दे रहा है उनमें से एक है कोलेस्ट्रॉल का बढ़ना।
कोलेस्ट्रॉल वसा की तरह चिपचिपा पदार्थ होता है जो डाइट के जरिए बॉडी में पहुंचकर नसों में जमने लगता है। कोलेस्ट्रॉल दो तरह का होता है एक LDL Cholesterol तो दूसरा HDL Cholesterol है। LDL Cholesterol खराब कोलेस्ट्रॉल तो HDL Cholesterol गुड कोलेस्ट्रॉल होता है। बॉडी में HDL Cholesterol के बढ़ने से कई तरह की समस्याएं बढ़ने लगती है और दिल के रोगों का खतरा बढ़ने लगता है।
LDL कोलेस्ट्रॉल की नॉर्मल रेंज से लेकर हाई रेंज की बात करें तो
100 mg/dL से कम | नॉर्मल |
100-129 mg/dL | नॉर्मल से थोड़ा ऊपर |
130-159 mg/dL | नॉर्मल से थोड़ा ज्यादा |
160-189 mg/dL | अधिक |
190 mg/dL | और उससे अधिक बहुत अधिक |
LDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ने का कारण क्या है?
बॉडी में LDL कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लिए कई कारण जिम्मेदार हैं जिनमें सबसे पहले आपकी डाइट जिम्मेदार है। डाइट में हाई फैट मीट, फुल क्रीम दूध, फास्ट फूड, प्रोसेस फूड का सेवन करने से LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है। इन फूड में मौजूद सैचुरेटेड फैट आपकी बॉडी में LDL कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बढ़ाते हैं।
- बढ़ता वजन आपकी बॉडी में LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ा सकता है।
- कुछ दवाइयां जैसे ब्लड शुगर और HIV की दवाओं का सेवन करने से भी LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है।
- कुछ रोगों की वजह से भी इस गंदे कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने लगता है। कुछ क्रोनिक बीमारियां जैसे हाई ब्लड शुगर, किडनी डिजीज इस कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने का कारण बन सकता है।
- बढ़ती उम्र में भी कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है।
- फैमिली हिस्ट्री भी इस बीमारी के बढ़ने का कारण बनती है।
- नशीले पदार्थों का सेवन जैसे तंबाकू और सिगरेट का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर तेजी से बढ़ता है।
कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने पर बॉडी में कौन-कौन से दिखते हैं लक्षण
- कोलेस्ट्रॉल का स्तर 160-189 mg/dL से ज्यादा होने पर स्किन की रंगत में बदलाव आने लगता है। हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से नसों में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है।
- आंखों पर हाई कोलेस्ट्रॉल के दिखते हैं लक्षण। आंखों पर पीले धब्बे आना और आंखों से धुंधला दिखना भी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के लक्षण हैं।
- LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने पर पैरों में ऐंठन की परेशानी हो सकती है। ये ऐंठन पैरों, कूल्हों और जांघों में हो सकती है।
- ज्यादा पसीना आना भी हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण हैं।
- LDL कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ने पर सीने में दर्द की समस्या हो सकती है। LDL Cholesterol बढ़ने की वजह से एथेरोस्क्लेरोसिस की समस्या होती है जिसके कारण दिल में खून का प्रवाह कम होता है और सीने में दर्द रहता है।